Gaya News: गया डायट में दो वर्षीय डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन में नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गया में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा संचालित दो वर्षीय डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एडूकेशन के सत्र 2020-22 में नामांकन शुरू हो चुका है। यहां कला संकाय में सौ एवं विज्ञान संकाय में सौ है।
गया, जागरण संवाददाता। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, गया में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा संचालित दो वर्षीय डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एडूकेशन के सत्र 2020-22 में नामांकन शुरू हो चुका है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सह डायट प्राचार्य श्रीमती प्रिया भारती ने कहा कि गया डायट में नामांकन हेतु इस बार 17 हजार से ज़्यादा आवेदन आए थे जबकि इनटेक क्षमता कुल 200 ही है। कला संकाय में सौ एवं विज्ञान संकाय में सौ है। लॉकडाउन के बाद से 2019-21 का बंद सत्र भी अनलॉक हो चुका है।
बालक एवं बालिका के लिए अलग-अगल छात्रावास
कोविड-19 के मद्देनज़र नए सिरे से प्रशिक्षण शुरू हो चुका है। प्राचार्या ने यह भी बताया कि डायट का भवन पुनर्निर्मित हो कर हमें मिल चुका है जिसके सौंदर्यिकरण पर कार्य चल रहा है। साथ ही साथ अलग-अलग बालक एवं बालिका छात्रावास भी बन चुका है। इस बार के प्रशिक्षुओं को हॉस्टल मैन्यूअल के तहत हॉस्टल प्रदान किया जाएगा।
अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज में फैकल्टी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम का आयोजन
अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज में फैकल्टी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम का आयोजन कॉलेज के स्वामी विवेकानंद सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम में आईसीटी के माध्यम से ऑनलाइन पठन- पाठन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा और ट्रेनिंग हुई। डॉ. अमृतेंदु घोषाल सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी सह आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर ने शिक्षकों से ऑनलाइन पठन पाठन के माध्यमों पर चर्चा की एवं अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इस पद्धति से जोड़ने पर बल दिया। बीसीए विभाग के अध्यक्ष आरिफ मोहम्मद सत्तार ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से ज़ूम एप्प पर ऑनलाइन क्लास लेने के पद्धिति पर प्रकाश डाला।
डॉ. नरेंद्र कुमार, सहायक प्राध्यापक, बीसीए विभाग ने गूगल क्लासरूम पर प्रेजेंटेशन देकर ऑनलाइन पठन पाठन को सुचारु रूप से चलाने के तरीके बताये। इस कार्यक्रम में प्रेजेंटेशन के साथ साथ हैंड्स ऑन ट्रेनिंग से शिक्षकों को विभिन्न ऑनलाइन टीचिंग प्लेटफार्म के उपयोगों से अवगत कराया गया। इस कार्यक्रम में प्रधानाचार्य प्रो.डॉ. एम शम्सुल इस्लाम के साथ सभी शिक्षक उपस्थित थे।