सासाराम में सूचना तंत्र को मजबूत कर शराबबंदी कानून को और प्रभावकारी बनाएगा प्रशासन, रात्रि गश्त बढ़ाने के साथ होगी छापेमारी
मद्य निषेध नीति के अंतर्गत जिले के सभी हाट- स्पाट्स जगहों पर लगातार छापेमारी करने का निर्देश सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिया गया। डीएम ने कहा कि जिले में शराबबंदी कानून को पूरी सख्ती से लागू करने को लेकर जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है।
जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। शराबबंदी कानून को और अधिक सख्त बनाने की दिशा में जिला पुलिस प्रशासन ठोस कदम उठाने के मोड में आ गया है। शराब के खिलाफ जहां छापेमारी अभियान को तेज कर दिया गया है, वहीं चौकीदारों का भी परेड करा उन्हें आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया है। सोमवार को स्थानीय समाहरणालय में डीएम धर्मेंद्र कुमार व एसपी आशीष भारती की मौजूदगी में अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें शराबबंदी कानून को और अधिक प्रभावकारी बनाने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत बनाने व रात्रि गश्त को तेज करने का निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिया गया।
लगातार अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश
डीएम ने कहा कि जिले में शराबबंदी कानून को पूरी सख्ती एवं प्रभावकारी रूप से लागू करने को लेकर जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। उत्पाद विभाग व पुलिस की टीम को लगातार अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। सामाजिक स्तर पर जीविका दीदी, आशा कार्यकर्ता ,आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका, विकास मित्रों को भी घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया।
जिले के सभी हाट- स्पाट्स जगहों पर लगातार छापेमारी का निर्देश
पंचायतों में प्रभातफेरी व जागरूकता रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा।मद्य निषेध नीति के अंतर्गत जिले के सभी हाट- स्पाट्स जगहों पर लगातार छापेमारी करने का निदेश सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिया गया। कोचस के अन्हेरी गांव में भूमि विवाद संबंधी मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम द्वारा सदर एसडीएम व एसडीपीओ को शांति व्यवस्था स्थापित रखने का निर्देश दिया। साथ ही शहर में विधि व्यवस्था के संधारण को ले सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने की योजना पर भी चर्चा की गई।
साथ ही लोक आस्था के महापर्व को शांतिपू्र्वक संपन्न कराने का निर्देश अफसरों को दिया। बैठक में तीनों अनुमंउल के एसडीएम, एसडीपीओ, डीसीएलआर, सहायक आयुक्त उत्पाद, डीटीओ समेत अन्य वरीय अधिकारी शामिल थे।