सीयूएसबी में ऑनलाइन क्लासेज के साथ नया अकादमिक सत्र शुरू
टिकारी। कोरोना महामारी और लॉकडाउन में विद्याíथयों व प्राध्यापकों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए
टिकारी। कोरोना महामारी और लॉकडाउन में विद्याíथयों व प्राध्यापकों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय ने नए अकादमिक सत्र प्रारंभ ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से शुरू कर दिया है। जनसंपर्क अधिकारी मो. मुदस्सिर आलम ने बताया कि कुलपति प्रो. हरिश्चंद्र सिंह राठौर ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखकर नए अकादमिक सत्र को ऑनलाइन माध्यम से प्रारंभ करने का निर्णय लिया।
कुलपति ने कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह व परीक्षा नियंत्रक रश्मि त्रिपाठी के साथ-साथ अकादमिक कौंसिल के साथ बैठक कर सत्र को शुरू करने की अनुशसा कर दी है। परीक्षा नियंत्रक रश्मि त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से अकादमिक सत्र विलंब न हो जाए, इसलिए विद्याíथयों एवं प्राध्यापकों के हितों को ध्यान में रखकर ऑनलाइन माध्यम से सत्र को आरंभ किया गया। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पठन-पाठन सीयूएसबी के वर्तमान में पढ़ रहे विद्याíथयों के लिए शुरू हुआ है, क्योंकि अभी नए नामाकन की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हुई है, इसलिए नए विद्यार्थी इसमें शामिल नहीं हैं। उन्होंने बताया कि विवि इनफ्लिबनेट के लìनग मैनेजमेंट सिस्टम द्वारा पठन-पाठन को ऑनलाइन संचालित कर रही है। सीयूएसबी के ऑनलाइन पठन-पाठन की विशेषता ये है कि इसके जरिए लेक्चर को रिकॉर्ड कर एलएमएस में अपलोड करने का प्रावधान है जिसे कोई भी विद्यार्थी या शिक्षक एवं अन्य कोई एक्सेस के अधिकारों के साथ देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि एलएमएस के जरिए ऑनलाइन पढ़ाई को संचालित करने के लिए विवि की एक विशेष टीम काम कर रही है जो काफी सराहनीय है। एलएमएस को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए विवि के अकादमिक विभाग के उपकुलसचिव कुमार कौशल, इनफार्मेशन साइंटिस्ट क्षितिज सिंह, सिस्टम एनालिस्ट अशोक कुमार सिंह के साथ-साथ अकादमिक एवं परीक्षा विभाग तथा आइटी विभाग के कर्मचारियों की अहम भूमिका है। त्रिपाठी ने बताया कि विवि ने इस सेमेस्टर के अकादमिक कैलेंडर की भी घोषणा कर दी है जिसमें सामान्य दिनों में आयोजित होने वाले सारे घटक शामिल हैं। इसमें क्लासेज के साथ- साथ दिसंबर महीने में आयोजित होने वाली परीक्षा का भी जिक्र है और कैलेंडर के हिसाब से ही ऑनलाइन क्लासेज को संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एलएमएस के जरिए कोरोना महामारी के इस दौर में पठन-पाठन प्रक्रिया प्रारंभ होने से विद्याíथयों एवं प्राध्यापकों में काफी उत्सुकता है और सीयूएसबी की ये अनूठी पहल आने वाले समय में शिक्षा के एक नए मॉडल के रूप में विकसित हो सकता है।