सड़क सुरक्षा माह में भी हादसों पर नहीं लगा लगाम, अलग-अलग दुर्घटनाओं में कैमूर के 14 लोगों की मौत
सड़क हादसे में कमी लाने के उद्देश्य से परिवहन विभाग की ओर से सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया गया। लेकिन इस दौरान भी कैमूर में हादसे होते रहे। जिले में अलग-अलग जगहों पर हुई दुर्घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, भभुआ (कैमूर)। जिले में परिवहन विभाग (Transport Department) ने 18 जनवरी से 17 फरवरी तक सड़क सुरक्षा माह (Road Safety Month) चलाया। इस दौरान कई तरह के कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया। सघन वाहन जांच अभियान भी चलाया गया। ताकि नाबालिग, बिना लाइसेंस वाहन चलाने पर नियंत्रण हो। हेलमेट, सीट बेल्ट भी लोग लगाएं। लेकिन चिंता की बात यह है कि इस दौरान भी हादसे पर लगाम नहीं लगा। आए दिन दुर्घटनाएं होती रहीं। कुल 14 लोगों की मौत इस दौरान हुई। घायलों की संख्या तो दो दर्जन से कम नहीं होगी। जिले में जो दुर्घटनाएं हुई हैं उसमें कई घटनाएं उन जगहों पर ही हुई हैं जहां पूर्व में भी हादसे होते रहे। लेकिन विभाग ने उन जगहों पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में कोई काम नहीं किया।
सड़क सुरक्षा माह के तीन दिन बाद शुरू हुआ हादसे का सिलसिला
18 जनवरी को शुरू सड़क सुरक्षा माह के तीन दिन बाद 21 जनवरी को मोहनियां में ट्रैक्टर की चपेट में आने से भटौली गांव के शेखर मल्लाह की जान चली गई। वहीं 24 जनवरी को मोहनियां के पानापुर के पास वाहन की चपेट में आने से भभुआ नगर के वार्ड 13 निवासी अनिल कुमार की मौत हो गई। इसके ठीक एक दिन बाद 25 जनवरी को नगर के चांदनी चौक पर ही ट्रैक्टर की चपेट में आने से सीवों गांव निवासी राकेश कुमार काल के गाल में समा गए। वहीं 28 जनवरी को नुआंव के रोहियां गेट के पास ट्रैक्टर की टक्कर से मोहनियां निवासी बाइक सवार इसरायल की मौत हो गई। फरवरी में कुदरा में एक ही दिन चार लोगों की मौत हुई। इसके पूर्व दो फरवरी को मोहनियां में ट्रक से दब कर रतवार निवासी कन्हैया गोस्वामी की मौत हो गई। जबकि तीन फरवरी को ही मोहनियां में ट्रैक्टर पलटने से मुडी भदारी के श्रीराम राम ने दम तोड़ दिया।
हर दिन होते रहे हादसे, जाती रही लोगों की जान
पांच फरवरी को भगवानपुर में ट्रैक्टर पलटने से प्रह्लाद प्रसाद की मौत हो गई। आठ फरवरी को मोहनियां में दो ट्रकों की टक्कर में रोहतास जिले के नासरीगंज निवासी असरफ हुसैन जबकि 11 फरवरी को कुदरा में अलग-अलग दुर्घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई। इसमें मलियाबाग निवासी राम प्यारे शर्मा की पुत्री, पचपोखरी निवासी विशाल कुमार और प्रियांशु कुमार तथा बबुरी गांव के रामलाल सोनकर शामिल थे। जबकि 13 फरवरी को दुर्गावती में आॅटो पलटने से बेलौड़ी के कमलेश राम की तो 16 फरवरी को मोहनियां में बस व ट्रक की टक्कर में बस के खलासी की मौत हो गई। जबकि इस घटना में 16 यात्री भी घायल हुए थे। इसके अलावा 17 फरवरी की शाम में पहड़ियां के पास आटो पलटने से दस छात्राएं घायल हो गई। इसके पूर्व सड़क सुरक्षा माह के अंदर कई दुर्घटनाएं हुई। जिसमें दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं।