कैमूर में हादसा, सड़क दुर्घटना में जीजा-साले की मौत; तीसरे की वाराणसी जाने के दौरान चली गई जान
कैमूर जिले के मोहनियां थाना क्षेत्र के पकवा इनार के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल तीसरे युवक की वाराणसी जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गई। मृतक बेलांव थाना क्षेत्र के अहिरांव गांव निवासी महेंद्र चंद्रवंशी का पुत्र अंकित कुमार बताया जाता है।
संवाद सूत्र, रामपुर (भभुआ)। कैमूर जिले के मोहनियां थाना क्षेत्र के पकवा इनार के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल तीसरे युवक की वाराणसी जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गई। मृतक बेलांव थाना क्षेत्र के अहिरांव गांव निवासी महेंद्र चंद्रवंशी का पुत्र अंकित कुमार बताया जाता है, जबकि इस घटना में उक्त मृतक के जीजा डंडवास गांव निवासी अमित कुमार व उसका दोस्त उमेश पासवान की मौके पर मौत हो गई। मृतक के पिता भाजपा नेता महेंद्र चंद्रवंशी ने बताया कि अंकित गुरुवार की शाम साढ़े चार बजे घर से अपने जीजा के बुलाने पर भभुआ गया, जहां पहले से मौजूद दामाद व उनके एक साथी वार्ड सदस्य मौजूद थे। इसके बाद भभुआ से तीनों लोग बाइक पर सवार होकर मोहनियां थाना क्षेत्र अंतर्गत डंडवास के लिए निकले थे।
तभी पकवा इनार के पास अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जहां तीनों लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। इसके बाद सड़क पर मौजूद लोगो ने तीनों को अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया। जबकि अंकित को गंभीर स्थिति को देखते हुए वाराणसी ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। लेकिन जाने के क्रम में चंदौली के पास ही उसने दम तोड़ दिया। घटना से गांव में कोहराम मच गया। एक साथ दामाद व पुत्र दोनों की मौत से घर का हर व्यक्ति बेसुध दिखा।
मृतक दो भाई व दो बहन में सबसे छोटा था। जो इंटर का छात्र था। बेटी के उजड़ा सुहाग व बेटा को भी खोया सड़क दुर्घटना में एक साथ बेटा व दामाद को खोने का गम झकझोर दे रहा है। मृतक के पिता ने बताया कि मैं अपने बड़े बेटी रितु की शादी पांच वर्ष पूर्व 2016 में मोहनियां थाना क्षेत्र के डंडवास गांव निवासी अमित कुमार से की थी। वे गांव पर ही रहते थे। गांव के लोग उनको वार्ड समिति का सचिव बनाए थे। इसके बाद उन्होंने जन वितरण प्रणाली की दुकान के लिए आवेदन किया।
बीते सात सितंबर को ही मोहनिया निवर्तमान एसडीएम अमृषा बैंस द्वारा जन वितरण प्रणाली की दुकान का लाइसेंस दिया गया था। जो इस माह से राशन उठाने वाले थे। इधर मां सरस्वती देवी का रो रो कर बुरा हाल है। वह बार बार बेहोश हो जा रही है। वहां पर मौजूद महिला उन्हें पानी का छींटा मारकर होश में लाने का प्रयास कर रही हैं। वहीं पिता की स्थिति को देखकर सबकी आंखे भर आईं।