Coronavirus in Gaya: गया में एसएसपी समेत 962 पाए गए पॉजिटिव, 360 ने दी कोरोना को मात
गया जिले में शुक्रवार को करीब एक हजार कोरोना संक्रमित पाए गए। हालांकि इस बीच 360 मरीजों ने कोरोना को मात भी दे दी है। इनमें से अधिकांश ने होम आइसोलेशन में रहकर बीमारी से छुटकारा पाया है।
गया, जागरण संवाददाता। गया जिले में कोरोना संक्रमितों (Corona Infected) की संख्या पटना (Patna) के बाद दूसरे नंबर पर रह रही है। जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। जिले भर में 4505 लाेगों की जांच में 962 लोग संक्रमित पाए गए। सबसे अधिक गया शहर से 370 की रिपोर्ट पॉजिटिव (370 found Positive) आई। इनमें 195 की आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई। तो वहीं रैपिड एंटीजन से 175 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की खबर है। प्रखंड क्षेत्र की बात करें तो बोधगया में 42, इमामगंज में 20, मानपुर में 33, खिजरसराय में 38, टिकारी में 50, टाउन ब्लॉक में 26, नीमचक बथानी में 38, गया रेलवे जंक्शन से सात व बस स्टैंड पर हुई जांच मेंनौ लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।अलग-अलग जगहों पर हो रही जांच गंभीर स्थिति बयां कर रही है। जिले में संक्रमण का दर (Infection Rate) 21.35 फीसद बताया गया है।
जिले भर में 302 लोगों ने कोरोना को मात दे हुए स्वस्थ
जिले में स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा भी दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को ही 302 लोग स्वस्थ हो गए। बीते 15 अप्रैल से 23 अप्रैल तक में कुल 1822 लोग स्वस्थ हो गए हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों ने अपने घर के होम आइसोलेशन (Home Isolation) में रहकर ही कोरोना की चुनौतियों से डटकर मुकाबला किया। सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए बेहतर खान-पान और जरूरी चिकित्सकीय सलाह का पालन करते हुए स्वस्थ हुए। डॉक्टरों की राय में 90 फीसद तक मरीज यदि थोड़ा सा साहस दिखाएं तो अपने घर पर ही आठ से 10 दिनों में पूरी तरह से स्वस्थ्य हो सकते हैं।
मेडिकल में 62 में से 53 मरीज ऑक्सीजन पर, तीन की मौत
मगध मेडिकल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में बीते 24 घंटे के अंदर तीन और मरीज की मौत हो गई। यहां हर दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। मेडिकल बुलेटिन के अनुसार आइसोलेशन वार्ड में 62 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 53 ऑक्सीजन पर हैं। बाइपेप पर तीन मरीज हैं। वेंटीलेटर पर फिलहाल कोई भी मरीज नहीं हैं।
सीनियर डॉक्टर झांकने भी नहीं आते
इस बीच मरीज के स्वजनों आइसाेलेशन वार्ड की व्यवस्था को लेकर असंतोष जताया जा रहा है। शिकायत है कि सीनियर डॉक्टर वार्ड के अंदर मरीजों की सुध नहीं ले रहे हैं। जूनियर डॉक्टर, नर्स व वार्ड ब्यॉय के सहारे ही मरीजों को छोड़ दिया जाता है। मरीजों के इलाज के संबंध में सही से परिजनों को जानकारी नहीं मिल पा रही है। इस बाबत मगध मेडिकल अस्पताल में जिला प्रशासन की ओर से प्रतिनियुक्त सहायक प्रबंधन भरत जी राम ने कहा कि वह अपनी ओर से लोगों की समस्याओं के निराकरण को लेकर तत्परता बरतते हैं। जो भी शिकायतें आ रही हैं उसे लेकर समीक्षा की जाएगी। जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारी को लिखा जाएगा।
गया जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों पर एक नजर
- 1 अप्रैल- 17
- 2 अप्रैल- 24
- 3 अप्रैल-27
- 4 अप्रैल- 40
- 5 अप्रैल- 54
- 6 अप्रैल- 117
- 7 अप्रैल- 205
- 8 अप्रैल- 160
- 9 अप्रैल- 238
- 10 अप्रैल- 358
- 11 अप्रैल- 268
- 12 अप्रैल-273
- 13 अप्रैल- 362
- 14 अप्रैल- 528
- 15 अप्रैल- 548
- 16 अप्रैल- 911
- 17 अप्रैल- 709
- 18 अप्रैल- 600
- 19 अप्रैल- 851
- 20 अप्रैल-849
- 21 अप्रैल- 539
- 22 अप्रैल- 791
- 23 अप्रैल- 962