मुंबई की लोकल ट्रेनों को नबीनगर से मिल रही रफ्तार, इस तरह से महाराष्ट्र की मदद कर रहा बिहार
औरंगाबाद के नबीनगर स्थित बीआरबीसीएल से उत्पादित बिजली से भारतीय रेल को रफ्तार मिल रही है। यहां उत्पादित बिजली में 90 फीसद रेलवे को आवंटित की जा रही है। बीआरबीसीएल से रेलवे को मौजूदा समय में 675 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है!
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। नबीनगर में भारतीय रेल बिजली कंपनी ( बीआरबीसीएल ) की तीन यूनिटों से 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। बीआरबीसीएल (BRBCL) और रेलवे (Indian Railway) के बीच हुई एकरारनामे के अनुसार परियोजना से उत्पादित बिजली का 90 फीसद रेलवे को मिलना शुरू भी हो गया। बीआरबीसीएल से रेलवे को मौजूदा समय में 675 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है।
मुंबई की लोकल ट्रेन भी दौड़ रही बीआरबीसीएल की बिजली से
परियोजना के अधिकारियों ने बताया कि बीआरबीसीएल से रेलवे को आपूर्ति की जा रही बिजली से मुंबई की लोकल ट्रेन (Mumbai Local Trains) भी दौड़ रही है। 250 मेगावाट की चार यूनिटों से 1000 मेगावाट बिजली का यहां उत्पादन किया जाना है। मौजूदा समय में तीन यूनिटों से 750 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरु हो गया है। उसमें से 90 फीसद रेलवे एवं 10 प्रतिशत बिहार सरकार को आपूर्ति की रही है। परियोजना की चौथी यूनिट से 250 मेगावाट बिजली का कॉमर्शियल उत्पादन का लक्ष्य दिसंबर माह रखा गया है। हालांकि कोरोना का संक्रमण नहीं आता तो जून या जुलाई माह में उत्पादन शुरू हो जाता। पिछले वर्ष कोरोना लॉकडाउन में परियोजना का कार्य प्रभावित हुआ था। इस वर्ष जब कार्य रफ्तार पकड़ी तो फिर कोरोना का कहर शुरू हो गया और परियोजना के करीब 40 कर्मी पॉजिटिव होकर आइसलेट हो गए हैं जिससे परियोजना का कार्य प्रभावित हुआ है।
आठ हजार करोड़ की लग रही बिजली परियोजना
बीआरबीसीएल परियोजना करीब आठ हजार करोड़ की लागत से लग रही है। हालांकि समय पर परियोजना का कार्य पूरा नहीं किया गया है इसकारण लागत बढ़ने की संभावना है। करीब 1520 एकड़ में लग रही परियोजना को वर्ष 2020 में ही पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया था। बताया जा रहा है कि अगर समय साथ दिया तो अभी परियोजना को पूरा होने में करीब एक वर्ष लगेगा।
कहते हैं परियोजना के अधिकारी
परियोजना के अधिकारी मनोज कुमार पंजियार एवं एचआर प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि बीआरबीसीएल की तीन यूनिट से 750 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरु हो गया है। उत्पादित बिजली का 90 प्रतिशत रेलवे एवं 10 प्रतिशत बिहार सरकार को आपूर्ति की जा रही है। बताया चौथी यूनिट से 250 मेगावाट बिजली उत्पादन का निर्माण कार्य चल रहा है। कोरोना के संक्रमण के कारण परियोजना का कार्य थोड़ा प्रभावित हुआ है।