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गया के मानपुर में 2100 किसान कृषि फीडर के लाभ से हैं वंचित

मानपुर। खेत में लगाए गए फसलों की सिचाई करने में किसानों को अब कम खर्च पड़ेगा। इसके लिए बिजली विभाग ने कसरत शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 11:18 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 11:18 PM (IST)
गया के मानपुर में 2100 किसान कृषि फीडर के लाभ से हैं वंचित

मानपुर। खेत में लगाए गए फसलों की सिचाई करने में किसानों को अब कम खर्च पड़ेगा। इसके लिए बिजली विभाग से किसानों को सस्ती दर पर बिजली दी जा रही है। मानपुर में किसानों के लिए पांच कृषि फीडर बनाने का कार्य शुरू किया गया। जिसमें दो कृषि फीडर बनकर तैयार हो गया, जिससे 1460 किसान खेत को सिचित कर विभिन्न तरह के फसल उपजा रहे हैं, जबकि 2100 किसान कृषि फीडर के लाभ से वंचित हैं। खेत में पोल गाड़कर लगाया गया मीटर :

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कृषि कार्य के लिए बिजली का कनेक्शन लेने वाले किसानों के खेत में पोल गाड़कर मीटर लगाया गया। फिर उसमें विद्युत प्रवाहित की गई। किसान खेत में बोरिग कर मोटर लगाए। विद्युत प्रवाहित तार से मोटर को संचालित कर किसान साग-सब्जी व अन्य फसल उपजा रहे हैं। किस फीडर से कितने किसान होंगे लाभान्वित :

गेरे-लोदीपुर कृषि फीडर से 1000 किसान, अमरा कृषि फीडर से 600 किसान, अलीपुर कृषि फीडर से 1200 किसान, वारागंधार कृषि फीडर से 300 किसान, पैमार कृषि फीडर से 600 किसानों को लाभ पहुंचाने की योजना है। जिसमें गेरे और अमरा कृषि फीडर से लाभ लेने के लिए करीब 1460 किसानों ने बिजली का कनेक्शन लिया। जिन्हें बिजली मिल रही है। जबकि अलीपुर , बारागंधार, और पैमार से करीब 2100 किसानों को सस्ते दर पर बिजली नहीं मिल रही है। मानपुर में पांच कृषि फीडर से किसानों को सस्ती दर पर बिजली देने की योजना है। इसके लिए करीब 3560 किसानों का आवेदन आया है। कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू है। दो कृषि फीडर से कृषि कार्य के लिए बिजली दी जा रही है, जिससे 1460 किसान लाभान्वित हो रहे हैं। मार्च तक तीन और फीडर बनकर तैयार हो जाएगा। उसके बाद 2100 किसानों को बिजली मिलना शुरू हो जाएगा। कृषि फीडर से फसल सिचित करने वाले किसानों को मात्र 65 पैसे प्रति यूनिट बिजली का बिल देना होगा।

-अभिजीत कुमार सौरभ, विद्युत कार्यपालक अभियंता, आपूर्ति प्रमंडल, मानपुर

मानपुर में 900 एकड़ में हुई गेहूं की बोआई

मानपुर। खेत में लगे धान की फसल कटते ही गेहूं की बोआई शुरू हो गयी। मानपुर में 5500 हेक्टेयर भूमि में गेहूं की फसल लगाने का लक्ष्य निर्धारित की गई है। जिसमें 900 एकड़ भूमि में किसान गेहूं के फसल लगाई है। शेष भूमि में गेहूं का फसल लगाई जा रही है। बचत के साथ उपज कैसे होगी बेहतर :

खेत की तीन बार जोताई कर किसान गेहूं के फसल लगाते हैं। अगर धान करते ही खेत में जीरोटिलेज मशीन से गेहूं की सीधी बोआई करें तो बचत के साथ उपज भी बेहतर होगी। जीरोटिलेज से बुआई करने वाले किसानों को 100 प्रतिशत अनुदान पर गेहूं का बीज प्रखंड कृषि कार्यालय से दिया गया। हल बैल या ट्रैक्टर से गेहूं के फसल लगाने वाले किसानों को मुख्यमंत्री तीव्र विस्तार योजना से 80 प्रतिशत अनुदान पर बीज मिला। वहीं बीज ग्राम योजना से 50 प्रतिशत अनुदान पर किसानों को बीज दिया गया। मौसम में बदलाव होते देख किसान चितित :

आकाश में काले-काले बादल देख किसानों की चिता बढ़ गई है। उनका कहना है कि अगर बे मौसम वर्षा हुई तो तैयार धान की फसल बरबाद हो जाएगी। खेत में लगाए गए गेहूं की फसल भी नष्ट हो जाएगा। खेत में लगे गेहूं की फसल जमते ही बारिश हो गई तो उपज में काफी कमी हो जाएगी। रसायनिक खाद्य के जगह प्रयोग करें तो गेहूं से बनी सामग्री खाने में काफी स्वादिष्ट लगेगा। गेहूं की फसल उपजाने के लिए निबंधित किसानों को अनुदानित पर बीज दिया गया। जीेरो टिलेज से गेहूं लगाने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। 5500 हेक्टेयर भूमि में गेहूं का फसल लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें 900 एकड़ भूमि में गेहूं लगाया गया है।

नवीन कुमार शर्मा प्रखंड कृषि पदाधिकारी


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