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भभुआ के 17 में से 14 थाना आधुनिक संसाधनों से हुए लैस, एक क्लिक पर खुल जाएगी अपराधियों की कुंडली

भभुआ में क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम को लागू करने की कवायद अंतिम चरण में है। इससे आम लाेग भी आनलाइन एफआइआर दर्ज करा सकेंगे साथ ही वे आनलाइन इसकी कॉपी भी देख सकेंगे। पढि़ए और क्‍या मिलेगा फायदा।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Wed, 25 Aug 2021 10:52 AM (IST)Updated: Wed, 25 Aug 2021 01:20 PM (IST)
भभुआ के 17 में से 14 थाना आधुनिक संसाधनों से हुए लैस, एक क्लिक पर खुल जाएगी अपराधियों की कुंडली
पुलिसिया कार्यशैली में आएगी पारदर्शिता, सांकेतिक तस्‍वीर।

भभुआ, जागरण संवाददाता। पुलिसिया कार्यशैली में पारदर्शिता लाने, देश के किसी भी गिरफ्तार अपराधी के बारे में उसके अपराधोँ का ब्यौरा जानने तथा आम लोगों को उनके प्राथमिकी की कापी देखने की सुविधा मिलने का मार्ग प्रशस्त होता नजर आ रहा है। सरकार के क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम को लागू करने की कवायद अंतिम चरण में है। इस कार्य को संचालित करने के लिए कंप्यूटर आदि सुविधाओं से थानों को लैस कर दिया गया है। कार्य निर्बाध रूप से चले इसके लिए सरकार ने प्रत्येक थाना को इस सिस्टम को संचालित रखने के लिए प्रत्येक थाना को जेनरेटर सेट मुहैया करा रही है। भभुआ थाना को भी दो दिन पूर्व जेनरेटर उपलब्ध हुआ है।

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आनलाइन प्राथमिकी होगी दर्ज

कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी एएसपी अनंत कुमार राय ने जिले के 17 में से 14 मुख्य थानों को संसाधनों से लैस होने की पुष्टि करते हुए कहा कि शेष थानों में भी शीघ्र कार्य पूर्ण हो जाएगा। इस सुविधा का लाभ पाने के लिए स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के पेज पर क्लिक करना होगा। उल्लेखनीय है कि इस सिस्टम के चालू होने के साथ आनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू होने का लाभ सबको मिलेगा। विशेष रूप से अत्याचार से पीडि़त महिलाए मायका या ससुराल कहीं से भी प्राथमिकी प्राथमिकी दर्ज कर सकेगी। पुलिस को अनुसंधान के क्रम में किसी भी अपराधी का इतिहास जानने में आसानी होगी। इतना ही नही अज्ञात शवों का शिनाख्त करने में भी सुगमता होगी।

क्या कहते अधिकारी

 इस संबंध में एसपी राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस हित व जनहित में यह सिस्टम महत्वपूर्ण है। इस सिस्टम के चालू होने  से पुलिस के कार्यों में पारदर्शिता होने के साथ अपराध नियंत्रण व अनुसंधान में सहूलियत मिलेगी।  इस सिस्टम से आमजन को भी पूरा लाभ मिलेगा। एफआइआर की कापी देखने के लिए व्यर्थ की भाग दौड़ नहीं करनी पड़ेगी।


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