कुलपति ने कहा विवि चलाना संभव नहीं ...और कर दी अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा
बिहार के महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में तनाव के मद्देनजर कुलपति ने उसे अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। क्या है मामला, जानिए इस खबर में।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। लंबे समय से महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में चल रहे विवाद के मद्देनजर कुलपति डॉ. अरविंद अग्रवाल ने विवि को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा कर दी है। यहां चल रहे आंदोलन व असुरक्षा का हवाला देते हुए कहा कि 20 अगस्त 2018 से विवि अनिश्चत काल के लिए बंद रहेगा।
कुलपति ने केंद्रीय विवि अधिनियम 2009 में निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए अभी यहां कायम प्रतिकूल परिस्थितियों के आलोक में यह निर्णय लिया है। कुलपति ने कहा कि वर्तमान में यहां शैक्षणिक कार्य का संचालन संभव नहीं है।
प्राफेसर की पिटाई के बाद निर्णय
हाल में विवि के प्रोफेसर संजय कुमार द्वारा फेसबुक पर की गई टिप्पणी से आक्रोशित लोगों ने उनकी पिटाई कर दी। इससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। इस बाबत दोनों पक्षों ने प्राथमिकी कराई है।
प्रोफेसर के एक गुट ने किया था आंदोलन
इससे पूर्व भी यह विश्वविद्यालय आंदोलन का केंद्र बन गया था। विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के एक गुट ने कुलपति के खिलाफ महीनों आंदोलन किया था। बैठक के बाद आंदोलन को समाप्त कर स्थिति को सामान्य किया गया था। इसी बीच फेसबुक प्रकरण ने विश्वविद्यालय की स्थिति को असामान्य कर दिया।
छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में
ताजा स्थिति में विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। अचानक विवि बंद होने के कारण पढ़ाई बाधित होगी। सत्र भी लेट हो जाएगा। नामांकन भी अन्यत्र नहीं हो सकता। नए सत्र में प्रवेश के लिए इंतजाररत छात्र-छात्राओं को निराश होना पड़ा। हालांकि, उम्मीद है कि स्थिति सामान्य होने पर विवि में पठन-पाठन फिर शुरू होगा।