बुनियादी विद्यालयों में होगी रोजगारपरक शिक्षा की व्यवस्था
मोतिहारी। महात्मा गांधी की यादों से जुड़े जिले के बुनियादी विद्यालयों में अब रोजगारपरक शिक्ष
मोतिहारी। महात्मा गांधी की यादों से जुड़े जिले के बुनियादी विद्यालयों में अब रोजगारपरक शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। इस दिशा में शिक्षा विभाग द्वारा बुनियादी विद्यालय बड़हरवा लखनसेन में पहल भी की जा चुकी है। मगर इस अवधारणा को जिले के सभी बुनियादी विद्यालयों में उतारने की योजना है। खास बात यह है कि जिले में चुनाव कार्य में पर्यवेक्षक की भूमिका में महाराष्ट्र से आए अधिकारी नीतीन पाटिल ने भी इसमें दिलचस्पी दिखाई है। वे चाहते हैं कि महाराष्ट्र में बापू से जुड़े संगठनों द्वारा चलाए जा रहे ऐसे अभियानों को लाभ इस जिले को भी मिले। इसके लिए उन्होंने कई सुझाव भी दिए हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से भी बात की है। इस मुद्दे पर समाहरणालय परिसर स्थित राधाकृष्ण भवन में मंगलवार को बैठक हुई। बैठक में उपस्थित विभिन्न प्रखंडों के पदाधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की गई। इनमें बच्चों को रोजगार एवं स्वावलंबन से जुड़ी शिक्षा मनोरंजनपूर्ण वातावरण में देने की बात कही गई। वहीं, विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर भी बल दिया गया। रोजगार को लेकर इन विद्यालयों में टोकरी, झाड़ू, रस्सी, खिलौना बनाने से लेकर बढ़ईगिरी, बागवानी, औषधीय फसल लगाने सहित अन्य रोजगारपरक शिक्षा को लेकर बैठक में विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर चुनाव पर्यवेक्षक नीतीन पाटिल ने जिले में महात्मा गांधी से जुड़े स्थलों व बुनियादी शिक्षा केंद्रों के बारे में पदाधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने बापू के बुनियादी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जिला स्तर पर शिक्षकों का कोर ग्रुप बनाने, शिक्षकों को अलग से प्रशिक्षण के लिए मुंबई भेजने, देश के अन्य हिस्सों से स्वयंसेवकों को बुलाने का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि बापू की कर्म भूमि पर काम करने का मौका मिला है। चुनाव बाद भी आकर बापू की सोच को जमीन पर उतारने के लिए काम करेंगे। इस अवसर पर डीपीओ स्थापना प्रफुल्ल कुमार मिश्र व बुनियादी शिक्षक डॉ. अभय रमण ने चुनाव पर्यवेक्षक को महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षा से जुड़ी पुस्तक देकर सम्मानित किया। मौके पर बीईओ सरोज कुमार सिंह, बीईओ उमेश सिंह समेत बाल विकास परियोजना, कृषि विभाग, प्राकृतिक चिकित्सा एवं बागवानी विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।