राशन उठाव के बाद लाभुकों के बीच वितरण नहीं
मोतिहारी। गरीबों को सस्ते दर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने की योजना यहां पूरी तरह धाराशाही हो गई है। मु
मोतिहारी। गरीबों को सस्ते दर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने की योजना यहां पूरी तरह धाराशाही हो गई है। मुख्यालय से बारह किलोमीटर पूरब गोनाही पंचायत में जब इसका जायजा लिया गया तो इसकी सच्चाई सामने आने लगी। आम लोगों से जनवितरण दुकानें दूर होती नजर आई। सुबह साढ़े नौ बजे जब जन वितरण दुकानदार के दरवाजे पर जागरण टीम पहुंची तो बोर्ड पर तो दुकान खुलने का समय, तिथि तो निर्धारित था, पर किस माह का उठाव व वितरण किया गया है, यह नहीं अंकित था। ग्रामीणों ने कहा कि साल में छह महीने ही खाद्यान्न उन्हें मिल पाता है। वह भी कम मात्रा में। सरकारी दर से अधिक राशि लेने की लोगों ने शिकायत की। आश्चर्य तो तब हुआ जब जन वितरण दुकानदार चुन्नु साह ने कहा कि मार्च और अप्रैल माह का खाद्यान्न का उठाव हुआ है। जिसमें मार्च माह का वितरण हो चुका है। अप्रैल माह का खाद्यान्न का माह के अंत में उठाव होने के कारण कुछ लोगों के बीच वितरण हुआ है। घर में शादी विवाह के कारण दुकान बंद है। बताया कि पोषक क्षेत्र में गोनाही पंचायत के वार्ड नंबर 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 है। जिसमें गोनाही पश्चिमी, गोनाही पूर्वी और गुजरौल के लोग शामिल हैं। कार्डधारी की संख्या 1 हजार 14 और अंत्योदय योजना के 180 लाभुक हैं। इसके अलावा 2 सौ एपीएल श्रेणी के लोगों को केरोसिन का वितरण किया जाता है। सरकार द्वारा निर्धारित तिथि के प्रत्येक माह के माह की अंतिम तारीख में 3780 किलो चावल व 2520 किलो गेहूं का उठाव किया जाता है। निर्धारित तिथि पर पताही खाद्य निगम के गोदाम से उठाओ नहीं होता है। पहुंचाने वाले संवेदक द्वारा गाड़ी से पहुंचाने का लेवर का भाड़ा भी जन वितरण दुकानदार से लेते हैं। साथ ही खाद्यान्न भी तौल कर नहीं दिया जाता है।