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लंबी होती जा रही निकाय कर्मियों की हड़ताल, कचरे के ढेर से उठने लगी सडांध

मोतिहारी । मोतिहारी नगर निगम समेत जिले के सभी निकायों के कर्मियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रही। मोतिहारी शहर दर्जनों स्थानों पर कचरे का ढ़ेर लग गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Sep 2021 11:27 PM (IST)Updated: Sun, 12 Sep 2021 11:27 PM (IST)
लंबी होती जा रही निकाय कर्मियों की हड़ताल, कचरे के ढेर से उठने लगी सडांध
लंबी होती जा रही निकाय कर्मियों की हड़ताल, कचरे के ढेर से उठने लगी सडांध

मोतिहारी । मोतिहारी नगर निगम समेत जिले के सभी निकायों के कर्मियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रही। मोतिहारी शहर दर्जनों स्थानों पर कचरे का ढ़ेर लग गया है। कड़ी धूप से कचरे से निकल रही सडांध से संक्रमण का खतरा उत्पन्न हो गया है। शहर के मोहल्लेवासी कचरे की बदबू से परेशान हैं। हड़ताल के कारण निगम की एजेंसी भी डोर-टू-डोर कचरा उठाव नहीं कर पा रही है। निगम के वाहन नगर थाना और नगर भवन परिसर में खड़े पड़े हैं। सफाईकर्मियों का ध्यान रविवार को होने वाली वार्ता के परिणाम पर टीकी हुई है। शनिवार को दो बार वार्ता के बाद भी बात नहीं बन पाई थी।

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कचरे की ढे़र से पटा शहर

शहर के गांधी चौक, मीनाबाजार, मेन रोड, मधुबन छावनी चौक, एलआईसी गेट, छतौनी चौक, राजेंद्रनगर, भवानीपुर जिरात, छतौनी सब्जी मंडी, छतौनी प्राइवेट बस स्टैंड, स्टेशन रोड में, शांतिपूरी, बेलबनवा, चांदमारी, ज्ञानबाबू चौक, जानपुल चौक, चांदमारी, चौक, बलुआ बाजार, राजाबाजार, कचहरी चौक, हिदी बाजार सहित शहर में जगह-जगह कचरे का अंबार लग गया है। अव्वल तो यह कि लावारिश मवेशी उसमें मुंह मारकर गंदगी को तितर-बितर कर रहे हैं, जिससे नारकीय स्थिति उत्पन्न हो रही है।

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मुख्य मांगें

दैनिक, संविदा व अनुबंध पर कार्यरत मजदूरों की सेवा का नियमित करने, ग्रुप डी का पद वापस करने, समान कार्य के समान वेतन के तहत 18 हजार से 21 हजार तक मानदेय देने, आउटसोर्स, ठीका व कमीशन प्रथा बंद करने, अनुकंपा की बहाली शुरू करने तथा सेवानिवृत्त कर्मियों के बकाया राशि का भुगतान कर ने, स्थायी कर्मियों को समान रूप से 7वां वेतन, पेंशन, आजीवन पारिवारिक पेंशन की सुविधा देने, ग्रुप सी और डी के कर्मियों की नियुक्ति और स्थानांतरण का अधिकार स्थानीय निकाय को देने, ईएसआई व ईपीएफ की सुविधा देने, कार्य के दौरान मृत्यु होने पर मुआवजा के रूप में न्यूनतम 10 लाख रुपये की सहायता देने की मांग है।


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