मित्र जितने पुराने होते उनका स्वभाव उतना ही अच्छा होता
मोतिहारी। श्रीमद्भागवत कथा व्यास जया किशोरी ने कहा कि ईश्वर ने इंसान को बनाया परन्तु उस इंसान के बीच इंसानियत खत्म होती जा रही है। मित्र जितने पुराने होते हैं उतना ही अच्छा स्वभाव होता है।
मोतिहारी। श्रीमद्भागवत कथा व्यास जया किशोरी ने कहा कि ईश्वर ने इंसान को बनाया, परन्तु उस इंसान के बीच इंसानियत खत्म होती जा रही है। मित्र जितने पुराने होते हैं उतना ही अच्छा स्वभाव होता है। यह तन नश्वर है। ईश्वर को सच्चे मन से पुकारे वे आपके पास होंगे। वे सुगौली नगर के मुख्य बाजार स्थित शांति भवन मारवाड़ी धर्मशाला के पास प्रवचन कर रही थी। उन्होंने कहा कि जब भक्तों पर किसी तरह की परेशानी होती है तो ईश्वर स्वयं अपने भक्त का दु:ख व दर्द दूर कर देते हैं। महाभारत के एक प्रसंग का वर्णन करते हुए बताया कि कुंती माता से श्रीकृष्ण विदा लेने के लिए पहुंचे तो कुंती बेचैन हो गई। श्रीकृष्ण जी ने कहा कि जब तक दु:ख व कष्ट होता है वे स्वयं उपस्थित रहते हैं। इतना सुनते ही कुंती ने भगवान से कहा कि मुझे दु:ख व कष्ट दे दे ताकि आप मेरे साथ रहे। सती अनसुइया और भगवान ब्रह्मा, विष्णु व महेश की कथा को सुनाया और कहा कि अनसुइया के बाद अबतक कोई सती नहीं हुई। श्रद्धालु ने जया किशोरी के गीतों पर झूम उठे और ईश्वर भक्ति का रस्वास्वादन करते रहे। भागवत कथा में भारी संख्या में पुरुष व महिलाएं श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। नप द्वारा सभास्थल व आसपास के क्षेत्रों में साफ सफाई काम कराया जा रहा है ताकि, लोगों को कोई परेशानी नहीं हो। इस भव्य कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आयोजन मंडल के अध्यक्ष विजय नायक, सचिव श्याम शर्मा, कोषाध्यक्ष संजय मोदी, राजीव सर्राफ, यजमान मनोज सर्राफ, विवेक अग्रवाल, लक्षमण मोदी, संदीप वर्णवाल, मनोज कुमार, रिकू शर्मा, अजय वर्णवाल और सुरेश मोदी सहित गणमान्य लोग लगे हुए है।