ऑक्सीजन के अभाव में तीन की गई जान, हंगामा
मोतिहारी। सदर अस्पताल में आपातकालीन कक्ष में रविवार को इलाज के दौरान कुछ घंटे के अंदर
मोतिहारी। सदर अस्पताल में आपातकालीन कक्ष में रविवार को इलाज के दौरान कुछ घंटे के अंदर तीन मरीजों की मौत आक्सीजन के अभाव में हो गई। उसके बाद स्वजनों ने जमकर हंगामा किया व तोड़फोड़ की। सूचना पर नगर थाना की पुलिस ने पहुंचकर मामले को शांत कराया। हंगामा के बाद सभी डाक्टर के अलावा कर्मी फरार हो गए। वहीं आपातकालीन सेवा भी बंद हो गई। पुलिस ने पहुंचकर लोगों को शांत कराया गया व आपातकालीन सेवा शुरू कराया। जिले के दरपा थाना के पुरैनिया गांव निवासी राधिका देवी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। वह ऑक्सीजन के अभाव में तड़प-तड़पकर जान दे दी। उसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा व आपातकालीन कक्ष में तोड़फोड़ की। महिला के परिजन रविकांत कुमार व शशि कांत कुमार ने बताया कि ऑक्सीजन के अभाव व चिकत्सक की लापारवाही के कारण महिला की मौत हो गई। दो घंटे तक वह तडपती रही, लेकिन डाक्टर ने उसका इलाज नहीं किया। वहीं पश्चिम चंपारण के शिकारपुर निवासी विरेन्द्र साह व मुफ्फसिस्ल थाना के गोडवाोड़ गांव निवासी शिकारी साह की मौत भी आक्सीजन के अभाव में हो गई। मौत के बाद आक्रोशित लोगो ने जमकर बवाल काटा व तोडफोड़ की। सूचना पर नगर थाना के पुलिस अधिकारी कमलेश कुमार, मीना कुमारी, शकलदीप पासवान व सशस्त्र बल के साथ पहुंच कर लोगों को शांत कराया व शव को स्वजनों को सौंपा। अस्पताल सूत्रों ने बताया है कि तीन मरीजों के मरने के बाद कोविड जांच भी कराई गई, जिसमें राधिका देवी पॉजेटिव मिली। उसके शव को स्वजनों को सौंप कर एंबुलेंस से भेज दिया गया है। वहीं कोविड वार्ड में शनिवार की देर रात एंबुलेंस के अभाव में मेडिकल ऑफिसर के पिता की मौत भी सदर अस्पताल में हो गई। एंबुलेंस के अभाव में मेडिकल ऑफिसर घोड़ासहन थाना के बगहा गांव निवासी डा. अमीत कुमार अपने पिता रामजीवन पंडीत को इलाज कराने अपने मां के साथ कोविड वार्ड में लाए, लेकिन एम्बुलेन्स के अभाव में मरीज को अपने साथ सहारा देकर कर बरामदे पर रखकर स्वयं इलाज किया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।