Move to Jagran APP

उत्सव के रूप में शुरू हुआ 18 वर्ष से उपर के युवाओं का टीकाकरण

मोतिहारी। आखिर इंतजार की घड़ियां समाप्त हुईं और शुरू हो गया 18 से 44 वर्ष के लोगों का

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 11:37 PM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 11:37 PM (IST)
उत्सव के रूप में शुरू हुआ 18 वर्ष से उपर के युवाओं का टीकाकरण
उत्सव के रूप में शुरू हुआ 18 वर्ष से उपर के युवाओं का टीकाकरण

मोतिहारी। आखिर इंतजार की घड़ियां समाप्त हुईं और शुरू हो गया 18 से 44 वर्ष के लोगों का कोविड वैक्सीनेशन। जिले में उत्सव के रूप में इस टीकाकरण को मनाया गया। सदर अस्पताल समेत जिले के सभी 27 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बड़ी संख्या में युवाओं ने कोरोना का टीका लगवाया। सदर अस्पताल परिसर स्थित जीएनएम एवं पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान के नवनिर्मित भवन में बनाए गए टीकाकरण केंद्र पर सुबह से ही लाभुकों की भीड़ उमड़ने लगी थीे। सैकड़ों की संख्या में लाभुक कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। टीकाकरण केंद्र को करीने से सजाया गया था। मगर समस्या यह थी कि इस उत्साह में लोग शारीरिक दूरी की शर्त को भूल गए थे। सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद सिंह समेत अन्य विभागीय अधिकारी व्यवस्था को लेकर सक्रिय नजर आए। इस बीच जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक भी वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंच गए। आते ही उन्होंने अधिकारियों से व्यवस्था के बारे में पूछा। डाटा इंट्री कक्ष, वैक्सीनेशन कक्ष एवं ऑब्जर्वेशन हॉल का भी मुआयना किया। लाभुकों से भी बात की। व्यवस्था संबंधी समस्याओं के बारे में भी पूछा। डीएम को अधिकारियों ने बताया कि डाटा इंट्री को लेकर कुछ समस्या है। शिक्षा विभाग से प्रतिनियुक्त डाटा इंट्री ऑपरेटर (कार्यपालक सहायक) नहीं पहुंचे हैं। इस पर डीएम भड़क गए। तुरंत फरमान जारी किया कि डीईओ का वेतन बंद करिए और उनसे जवाब मांगिए। अगर 24 घंटे के अंदर प्रतिनियुक्त कर्मी योगदान नहीं देते हैं तो उनकी संविदा को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कीजिए। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि कंप्यूटर ऑपरेटर कार्यपालक सहायक की सेवा तीन माह के लिए जिला के पैनल से लेकर उनसे काम लीजिए। इसके बाद वे डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर की ओर बढ़ गए। कोविड केयर सेंटर में पहुंचते ही डीएम ने वहां की व्यवस्था की पड़ताल की। ऑक्सीजन की उपलब्धता की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। इस बीच वहां भर्ती एक मरीज के स्वजन मधुबन निवासी राकेश कुमार जायसवाल ने डीएम को अपनी समस्या बताई। कहा- नौ दिनों से उनके बहनोई भर्ती हैं। उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल कम है। डीएम ने वहां उपस्थित चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार सिन्हा को तुरंत आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। डॉक्टर ने कहा कि उस मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाया जा रहा है। इस पर डीएम ने पूछा कि इस इंजेक्शन की कमी तो नहीं है। साथ ही मरीज के स्वजन का यह बताना नहीं भूले कि इसके लिए यहां पर कोई पैसा नहीं लगता है। डीएम ने कहा कि सभी पेशेंट की हर दो घंटे पर मॉनीटरिग की जाए। साथ् ही एक चार्ट पर उसे अपडेट करते रहें। यह भी कहा कि डॉक्टरों को रोस्टर के अनुरूप ड्यूटी पर लगाया जाए ताकि पेशेंट की समुचित देखभाल हो सके। उन्हें बताया गया कि अभी इस सेंटर में 105 पेशेंट भर्ती है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन एवं रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी नहीं है। आवश्यकता होने पर मरीजों को लगाया जाए। मौके पर सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद सिंह, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. रंजीत राय, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एससी शर्मा, डीपीएम अमित अचल, कोरोना जांच के विशेष कार्य पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार, डॉ. राहुल कुमार, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी विनय कुमार सिंह समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.