संग्रामपुर की जमीन पर अब संतरे की खेती
मोतिहारी । प्रखंड की दक्षिणी मधुबनी पंचायत के तिवारी टोला निवासी किसान सह पूर्व सरपंच सच्चिदानंद तिवारी ने संतरे की खेती का सफल प्रयोग किया है।
मोतिहारी । प्रखंड की दक्षिणी मधुबनी पंचायत के तिवारी टोला निवासी किसान सह पूर्व सरपंच सच्चिदानंद तिवारी ने संतरे की खेती का सफल प्रयोग किया है। तीन साल पहले इसकी शुरूआत की गई। अब तो फल भी आने लगे हैं। आमतौर पर इस जिले में संतरे की खेती नहीं की जाती है। मगर श्री तिवारी ने इसकी खेती कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया है। इसे देखने के लिए दूर-दूर से किसान व ग्रामीण आ रहे हैं। इस संबंध में पूर्व सरपंच ने बताया कि तीन साल पहले वे प्रगतिशील किसान मंच के माध्यम से प्रशिक्षण लेने के लिए झांसी गए थे। वहां पर उन्होंने विशेषज्ञों से संतरे की खेती का प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण के उपरांत उन्होंने वहीं से संतरे के तीस पौधे लाकर अपने खेतों में लगाए। उन पौधों में अब फल भी आने लगे हैं। किसान के द्वारा संतरे के साथ साथ सेब, नींबू, अनानास समेत कई प्रकार की सब्जियां की भी खेती की जा रही है। श्री तिवारी ने बताया कि वैज्ञानिकों की सलाह पर ही उन्होंने यहां संतरे की खेती शुरू की। इस प्रयास में उन्हें सफलता भी प्राप्त हो रही है। उन्होंने बताया कि संतरा तैयार होने के बाद अब और अधिक पौधों को लगाएंगे। दूसरे किसानों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। उनका कहना है कि पहले सुनने में आता था कि सेब और संतरे की खेती जम्मू, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, नागपुर आदि जगहों पर ही होती है। उन्होंने चंपारण की मिट्टी में संतरे की सफल खेती कर सबका ध्यान इस ओर आकृष्ट किया है। इसके लिए श्री तिवारी को कृषि विज्ञान केंद्र पिपराकोठी में अरेराज एसडीएम द्वारा पुरस्कृत भी किया जा चुका है। श्री तिवारी दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा के स्त्रोत बन गए हैं।