मां-बाप के नौकरी में रहते अनुकंपा पाने के मामले की जांच शुरू
मोतिहारी। जिले में मां-बाप के नौकरी में रहने के बाद भी अनुकंपा के आधार पर नौकरी लेने का मामला प्रकाश में आया है।
मोतिहारी। जिले में मां-बाप के नौकरी में रहने के बाद भी अनुकंपा के आधार पर नौकरी लेने का मामला प्रकाश में आया है। मामला प्रकाश में आने के बाद इसकी जांच शुरू कर दी गई है। इसको लेकर चकिया डीसीएलआर ने जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि उन्होंने अपनी जांच से जिला स्थापना विभाग को अवगत भी करा दिया है। इस सिलसिले में पीपरा थाना क्षेत्र के ऊंचीडीह निवासी रंजीत कुमार ने जिलाधिकारी को आवेदन दिया था। उन्होंने बताया था कि इस मामले में सरकारी नियम व कायदों की धज्जियां उड़ाई गई है। मां-बाप के सरकारी नौकरी में रहने के बाद अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति करा लगी गई है। आवेदन के अनुसार बताया गया है कि माता व पिता के सरकारी सेवा में रहने के बाद तथ्य छुपाकर ऊंचीडीह निवासी संतोष शर्मा ने अनुकंपा के आधार पर वर्ष 2012 में नौकरी प्राप्त की। संतोष के पिता पंचायत सेवक थे व मां नर्स थी। पिता की मौत के समय भी उसकी मां कार्यरत थी। बावजूद संतोष ने अनुकंपा के आधार पर नौकरी प्राप्त कर ली, जो नियम के विरूद्ध है। संतोष फिलहाल अरेराज में राजस्व विभाग में कार्यरत हैं। उसकी मां दो साल पूर्व सेवानिवृत्त हुई हैं। आवेदन प्राप्त होने के बाद इसकी जांच की जिम्मेदारी चकिया डीसीएलआर को दी गई है। इस संबंध में जब अपर समाहर्ता शशिशेखर चौधरी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर माता-पिता दोनों सरकारी नौकरी में हो और उनमें से कोई कार्यरत हो तो अनुकंपा के आधार पर नौकरी नहीं दी जा सकती। अगर इस प्रकार का मामला है तो जांच कर नियुक्ति को रद करने की कार्रवाई की जाएगी।