अनलॉक में बस से होने वाली आय हो गई आधी
मोतिहारी । जिले मुख्यालय के छतौनी से लगभग सभी जगह की बसें खुलने लगी है। लेकिन लॉकडाउन क
मोतिहारी । जिले मुख्यालय के छतौनी से लगभग सभी जगह की बसें खुलने लगी है। लेकिन लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 में यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है, लेकिन कोरोना महामारी के पहले जैसा यात्रियों की संख्या नहीं पहुंच पा रही है। बिहार राज्य परिवहन निगम मोतिहारी के प्रतिष्ठान अधीक्षक सुबोध राय ने बताया कि सभी बसें में जाने वाले यात्रियों को सैनेटाइज किये जाने के बाद ही अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी जाती है। प्रतिदिन बस पड़ाव और बस के स्टैंड जाने के पहले और आने के बाद सैनेटाइज किया जाता है। अनलॉक-1 में यात्रियों की संख्या में जैसे-जैसे दिन बीत रही है यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। वर्तमान में प्रतिदिन सरकारी बस स्टैंड से अलग-अलग जगहों के लिए 18 बसें खुल रही है। मोतिहारी से पटना के लिए 5 बसें खुलती है, मोतिहारी-कराहन-मुजफ्फरपुर के लिए -1 बस, मोतिहारी-बखरी-रक्सौल-1 बस, मोतिहारी-जैतापु-रक्सौल-1 बस, मोतिहारी-परसौना-मुजफ्फरपुर-1 बस, मोतिहारी से मुजफ्फरपुर के लिए -7 बस, मोतिहारी-चिरैया-मुजफ्फरपुर-1 मोतिहारी छतौनी बस स्टैंड से खुलती है, एक बस में टोटल 32 सीटे है, कोरोना वैश्विक महामारी के वजह सीटें फूल नहीं होती है, तब भी बस खुल जाती है। लॉकडाउन के वजह से सरकारी बस स्टैंड की आय में कमी आई है। अनलॉक-1 जून माह का टोटल आय 19 लाख 27 हजार हुआ है, लेकिन वहीं लॉकडाउन के पहले फरवरी माह का आय 45 लाख 86 हजार थी। जो लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 में सरकारी बस स्टैंड की आय आधी से भी कम हो गई है। फॉर जी चम्पारण ट्रेवल्स के सुभाष पटेल ने बताया कि प्रतिदिन प्राइवेट बस पटना और मुजफ्फरपुर के लिए 250-300 खजुरिया, साहेबगंज, केसरिया और अन्य लोकल में 12-14 बसें, आदापुर, रामगढ़वा, रक्सौल के लिए 4-5 बसें, सिवान और गोपालगंज के लिए 8-10 बसें, दिल्ली के लिए 5-6 बसें प्रतिदिन खुल रही है। बस में 42 सीटे है, लेकिन 25-30 सीटे ही फुल हो पाती है। वर्तमान में दिल्ली का किराया कुर्सी का 1000 रुपया और स्लीपर का 1300 रुपया है। अभी तो किराया नहीं बढ़ा है, डीजल के दाम बढ़ने से किराया में बढ़ोतरी हो सकती है।