गांधी जयंती पर केंद्रीय कारा से रिहा होंगे चार बंदी
मोतिहारी। स्थानीय केन्द्रीय कारा में सजा काट रहे पांच बंदियों के दिन फिर से बहुरनेवाले हैं। काल कोठी से बाहर निकलकर एक बार फिर समाजिक जीवन का आनंद ले सकेंगे।
मोतिहारी। स्थानीय केन्द्रीय कारा में सजा काट रहे पांच बंदियों के दिन फिर से बहुरनेवाले हैं। काल कोठी से बाहर निकलकर एक बार फिर समाजिक जीवन का आनंद ले सकेंगे। जेल प्रशासन ने ऐसे पांच बंदियों को रिहा करने का प्रस्ताव राज्य मुख्यालय को भेजा था। इस आलोक में एक बंदी को शनिवार को रिहा भी कर दिया गया है। वहीं चार बंदियों को गांधी जंयती पर रिहा किया जाएगा। रिहा होनेवाले बंदी न्यायालय द्वारा सुनाई गई सजा का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा व्यतीत कर चुके हैं। विभिन्न अपराध के कारण जेल की सलाखों में बंद इन बंदियों के जीवन में अर्से से नये बिहान का इंतजार था। सूनी आंखों में जेल की काल कोठरी से बाहर आने की छटपटाहट साफ देखी जा सकती थी। रिहा होनेवाले शहर के चांद मिया, जैकी कुमार, छपरा के श्याम सुन्दर सिंह, शिवहर के प्रभु सहनी व मोतिहारी के रामानंदन सिंह शामिल हैं। रामा नंदन सिह को शनिवार को ही रिहा कर दिया गया। बंदियों के रिहा होने की सूचना पर परिवार में जश्न व खुशी का माहौल है। जेल से छूटनेवाले बंदियों के परिजन अब दो अक्टूबर के इंतजार में हैं कि उनके पुत्र व पति कारा से छूटेगें व परिवार में जशन का माहौल होगा किसी घर में ईद मनेगा तो कहीं दीपावली मनेगी। बंदियों के परिजनों का कहना है कि अब कारा से निकलने के बाद जीने की नई राह तलाशेंगे। अपराध को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ेंगे। अपराध को अब तौबा भी कर देंगे।
इनसेट वर्जन
केन्द्रीय कारा में बंद सजायाफ्ता पांच बंदी को गांधी जयंती के अवसर पर कारा से रिहा किए जाएंगे इसका प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया था। एक बंदी रामानंदन सिह को शनिवार को न्यायालय से जमानत मिलने के बाद रिहा कर दिया गया है। अब केवल चार बंदी ही है जिन्हे गांधी जयंती पर रिहा किया जाएगा। जो लोग अपनी सजा की लगभग आधी अवधि व्यतीत कर चुके हैं उन्हें यह अवसर दिया जा रहा है।
सूर्यनाथ सिंह, जेलर
सेंट्रल जेल, मोतिहारी