कोटवा सीडीपीओ पर विभागीय कार्रवाई प्रारंभ, वेतनवृद्धि पर रोक
समाज कल्याण विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहने कार्य प्रति लापरवाही व कर्तव्यहीनता बरतने के आरोप में कोटवा सीडीपीओ ऋतु गुप्ता पर शिकंजा कस दिया है। विभाग के संयुक्त निदेशक मामले की गंभीरता को देखते हुए विभागीय कार्रवाई करते हुए सीडीपीओ के दो वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है।
मोतिहारी । समाज कल्याण विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहने, कार्य प्रति लापरवाही व कर्तव्यहीनता बरतने के आरोप में कोटवा सीडीपीओ ऋतु गुप्ता पर शिकंजा कस दिया है। विभाग के संयुक्त निदेशक मामले की गंभीरता को देखते हुए विभागीय कार्रवाई करते हुए सीडीपीओ के दो वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है। इस संबंध में संयुक्त निदेशक अधिसूचना जारी कर उसकी जानकारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक, डीपीओ प्रतिभा कुमारी गिरि और संबंधित सीडीपीओ को पत्र भेजकर दी है। निदेशालय के इस कड़े रुख के बाद जिले के सीडीपीओ के बीच हड़कंप है। सीडीपीओ ऋतु गुप्ता कोटवा के अलावा बाल विकास परियोजना पीपरा कोठी में भी प्रभार पर हैं। उनपर मुख्यालय में नहीं रहने के अलावा कई आरोप है। दरअसल बिहार विधानसभा की आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति के द्वारा शिकायत मिलने के बाद निदेशालय ने यह कार्रवाई की है। बता दें कि बिहार विधानसभा की आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति की 3 अक्टूबर 19 को आयोजित बैठक में कोटवा सीडीपीओ ऋतु गुप्ता पर मुख्यालय में नहीं रहने के कारण परियोजना की संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का मॉनीटरिग सही तरीके से नहीं हो पाता। जबकि निरीक्षण के दौरान अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहने का मुद्दा उठाया गया था। सहायक निदेशक की जांच में बंद मिला था कोटवा सीडीपीओ कार्यालय
मोतिहारी, संस : बिहार विधानसभा की आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति के द्वारा शिकायत मिलने के बाद आइसीडीएस निदेशालय के सहायक निदेशक मो. तारिक ने 24 अक्टूबर कोटवा सीडीपीओ कार्यालय की औचक जांच की थी। जांच के दौरान कार्यालय में ताला बंद मिला। इस क्रम में सीडीपीओ ऋतु गुप्ता, पर्यवेक्षिका पूनम कुमारी, सूचिता कुमारी, रनिता कुमारी, लिपिक राजकुमार, डाटा ऑपरेटर गजेंद्र कुमार गायब पाए गए। इसके बाद सहायक निदेशक ने जिला प्रोग्राम पदाधिकारी प्रतिभा कुमारी गिरि को फोन कर कार्यालय की स्थिति के बारे में अवगत कराया था। बताया गया कि निदेशालय को शिकायत मिली थी कि सीडीपीओ ऋतु गुप्ता प्रखंड मुख्यालय में नहीं रहती हैं। इसके कारण अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहते हैं। शिकायत मिलने के बाद सहायक निदेशक ने यह औचक जांच की थी। इस बाबत डीपीओ प्रतिभा कुमारी गिरि ने बताया था कि कार्य अवधि में कार्यालय का बंद रहना गंभीर अपराध है। यह जांच सहायक निदेशक ने की है। निदेशालय से जो निर्देश मिलेगा उस परिपेक्ष्य में कार्रवाई की जाएगी। हरसिद्धि सीडीपीओ कार्यालय की पर्यवेक्षिका चयनमुक्त
मोतिहारी, संस : डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने हरसिद्धि बाल विकास परियोजना की पर्यवेक्षिका सुस्मिता कुमारी को सेवा से मुक्त कर दिया है। सुस्मिता पर बिना कोई आदेश लिए लगातार अनुपस्थित रहने, वरीय अधिकारियों का आदेश का अवहेलना करने एवं विभागीय कार्य में असहयोग करने का आरोप में यह कार्रवाई की गई है। सुस्मिता फिलहाल बाल विकास परियोजना घोड़ासहन में तैनात हैं। वे वहां पर भी बिना कोई आदेश के अनुपस्थित पाई गई। डीएम ने यह कार्रवाई पिछले दिनों चयन समिति की बैठक के दौरान की। चयनमुक्ति की कार्रवाई के संबंध में पर्यवेक्षिका को पत्र के माध्यम से सूचित कर दिया गया है।