ढाका के सिमरन कांड की सीबीआइ से जांच की मांग
मोतिहारी। जिले के ढाका थाना क्षेत्र के आजाद चौक के पास एक गेराज में छापेमारी कर चोरी के कई वाहन के साथ एक कमरे से सिमरन को भी मुक्त कराया था। जिसे शमीम नामक एक युवक कमरे में बंद कर यौन शोषण करता था।
मोतिहारी। जिले के ढाका थाना क्षेत्र के आजाद चौक के पास एक गेराज में छापेमारी कर चोरी के कई वाहन के साथ एक कमरे से सिमरन को भी मुक्त कराया था। जिसे शमीम नामक एक युवक कमरे में बंद कर यौन शोषण करता था। सिमरन को मुक्त कराने के बाद पुलिस के सामने कई मामले आए थे जिसमें यह भी खुलासा हुआ था कि उसके पिता, मां व भाई की हत्या कर दी गई थी। ढाका पुलिस ने 24 फरवरी 2015 को सिमरण को मुक्त कराया था। वहीं इस कांड के मुख्य आरोपित व गिरोह के सरगना शमीम को नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर किया था। शमीम अभी नेपाल के जेल में बंद है। शमीम से पूछताछ के लिए मोतिहारी पुलिस को नेपाल भेजा जाएगा।
जज को पीड़िता ने दिया आवेदन
पीड़िता सिमरन ने हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के जज को आवेदन देकर मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। जिसको लेकर इसी सप्ताह न्यायालय के जज भी अपना फैसला देने वाले हैं। फैसला होने के बाद इस पूरे मामले की जांच सीबीआई करेगी व नेपाल जेल में बंद शमीम से भी पूछताछ करेगी। वही आवश्यकता पड़ने पर उसे भारत लाने का प्रयास किया जाएगा।
यह है घटनाक्रम
24 फरवरी 2015 को ढाका पुलिस ने चोरी के वाहन गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर चोरी के वाहन को जब्त किया था। छापेमारी के दौरान मुख् सरगना शमीम भागने में सफल रहा था।
26 फरवरी 2015 ढाका के इस्लामपुर गांव में छापेमारी कर राजू मियां को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
1 मई 2015 को तत्कालिन पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने कि थी मामले की जांच।
25 मई 2015 को सिमरन को नशा की सुई देकर बेहोश करने वाला कंपाउंडर इशरार मियां गिरफ्तार।
26 मई 2015 को न्यायालय से शमीम के नाम निकाला था इस्तेहार।
27 मई 2015 को पुलिस ने शमीम के घर की की थी कुर्की।
कोलकता में भी हुई थी शमीम के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी
शमीम के गिरफ्तारी के लिए कोलकता के सिलीगुड़ी स्थित आवास पर छापेमारी की गई थी। पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही वह फरार हो गया था। बाद में शमीम की गिरफ्तारी नेपाल पुलिस ने किया। तब से वह नेपाल के जेल में बंद है।