किशुन व रमेश के परिवार में अब नहीं होगा छठ पर्व
मोतिहारी। शहर के अगरवा मोहल्ला में दो घरों की खुशियां छीन गई। परिवार में मातम है। अब इन घरों में छठ पर्व नहीं मनाया जाएगा।
मोतिहारी। शहर के अगरवा मोहल्ला में दो घरों की खुशियां छीन गई। परिवार में मातम है। अब इन घरों में छठ पर्व नहीं मनाया जाएगा। डाक्टर किशुन कुमार उर्फ किशुन जी चिकनी घाट के अध्यक्ष थे। स्वयं घाट पर मिट्टी भराई का कार्य कराया था। घाट की साफ-सफाई वे स्वयं करवाते थे। पिछले कई वर्षों से स्वयं छठ भी करते थे। उसके पुत्र द्वारा दिए गए प्लास्टिक वोट से छठ घाट के निरीक्षण के क्रम में सोमवार की शाम डूब गए। किशुन फिलहाल दूसरे मोहल्ला में रहते थे, लेकिन छठ पर्व वे अगरवा मोहल्ला में ही करते थे। वे इसी मोहल्ला रहकर पले थे। इसलिए उस मोहल्ला से उनका विशेष लगाव था। दस दिनों तक अपना व्यवसाय कार्य के साथ छठ घाट पर विशेष ध्यान रखते थे। किशुन के पिता लक्ष्मण व भाई मोहन का कहना है कि वे उस घाट पर व्रतियों के लिए ज्यादा से ज्यादा सुविधा उपलब्ध कराते थे। घाट पर मिट्टी गिरवाने से लेकर जेसीबी चलवाकर भराई करवाते थे। घाट पर सजाने से लेकर कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराते थे। किशुन का एक पुत्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। पत्नी रेखा कुमारी का भी रो-रोकर बुरा हाल है। किशुन जी को दो पुत्र व दो पुत्री है। दोनों पुत्री की शादी हो चुकी है। वहीं एक पुत्र डाक्टर व एक अभियंता की पढाई कर रहा है। वहीं रमेश सहनी की पत्नी सीयापति देवी का भी बुरा हाल है। उसे दो बच्चे हैं। सूचना पर विधायक शमीम अहमद भी पहुंचकर डाक्टर से बात की व शोक संतप्त परिवार को भी सांत्वाना दी। मौके पर पप्पू सहनी, लालबाबू खां, राय रोहित शर्मा के अलावा कई लोग भी मौजूद थे।