पीपरा में रंगदारी के लिए व्यवसायी की करनी थी हत्या
-पूछताछ में राजतिलक ने कई मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकारी -पीपरा के जहिगरा के पूर्व
-पूछताछ में राजतिलक ने कई मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकारी -पीपरा के जहिगरा के पूर्व मुखिया देता था संरक्षण मोतिहारी, संस : जिले के पीपरा में एक व्यवसायी से शातिर बदमाश राजतिलक ने रंगदारी की मांग की थी। रंगदारी नहीं देने पर हत्या की साजिश रची जा रही थी। इसी दौरान राजतिलक सहित पांच बदमाश गिरफ्तार कर लिए गए। पूछताछ के दौरान राजतिलक ने बताया है कि उसने व्यवसायी से दस लाख की रंगदारी मांगी थी। नहीं देने पर सोमवार की रात हत्या कर देनी थी। लेकिन भनक लगने के बाद पुलिस ने राजतिलक सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। यह बात भी सामने आई कि पीपरा की जहींगरा पंचायत के पूर्व मुखिया रामकुमार तिवारी उसे संरक्षण देता था। वह वहीं पर छुपकर रहता था। इस जानकारी के बाद पुलिस ने अपनी छानबीन इस पहलू को भी शामिल कर लिया है।
संरक्षण देने वाले छह सफेदपोश पुलिस की रडार पर : राजतिलक ने बताया है कि उसे जिले के छह सफेदपोश व भूमि माफियाओं द्वारा संरक्षण दिया जा रहा था। संरक्षण देने वाले लोगों में बेतिया के काजू साह, इरफान, मनी सिंह, सुभाष सिंह व मुन्ना सिंह के नाम का खुलासा हुआ है। छानबीन में सभी सफेदपोश पुलिस की रडार पर हैं। पुलिस इन लोगों के बारे में भी सत्यापन कर रही है। सत्यापन के बाद उन लोगों की भी गिरफ्तारी की जाएगी। मुखिया छबीला सिंह की हत्या में नहीं था शामिल पुलिस को बताया है कि बंजरिया के मुखिया छबीला सिंह की हत्या के मामले में राजतिलक शामिल नहीं था उसकी हत्या राजन सहनी ने हीं की थी। छबीला सिंह को वह अपना बडा भाई बताया है। वहीं छबीला के भाई द्वारा पैसा व मकान बनाने के लिए सामग्री भी देने की बात कही है। बंजरिया थाना के अंबिका नगर मोहल्ला में भी राजतिलक ने इरफान के साथ मिलकर काजु साह की जमीन खरीदी थी, जिसको लेकर भी विवाद हुआ था । राजतिलक ने दी थी वारदात को अंजाम जिले के शिकारगंज थाना के निवासी राजा सिंह की हत्या कर शव को पीपरा में फेक दिया था। राजा सिंह राजतिलक की हत्या करना चाहता था। इसकी सूचना मिलते हीं राजतिलक ने उसे बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी। 27 जनवरी 2017 को पीपरा के कुअंरपुर पंचायत के मुखिया मालती देवी के पुत्र राजकपूर ठाकुर की हत्या, 3 जुलाई 17 को रक्सौल के कैंब्रिज स्कूल के गेट पर रंगदारी के लिए एके 47 से फायरिग, 22 मई 15 को कुअरपुर निवासी राजकुमार के पिता की हत्या, 16 जून 17 को पीपरा के बेस कैम्प पर फायरिग, बेतिया के न्यायालय में 11 मई 17 को बबलू दुबे की हत्या, 22 जुलाई को घोडासहन प्रखंड कार्यालय के गेट पर डबल मर्डर को अंजाम दिया था। अब तक पकड़े गए तीन इनामी बदमाश घोडासहन में डबलमर्डर कांड के आरोपी इनामी अवधेश साह 22 जुलाई 19 को गिरफ्तार, शातिर सुमन सौरभ 29 मार्च 19 को चकिया में गिरफ्तार व पीपरा के जहिगरा गांव से राजतिलक उर्फ राजकरण को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। सिपाही को मिठाई खिलाकर जेल से कुणाल को भगाया था राजतिलक राजतिलक ने बताया है कि कुणाल को जेल से भागने के लिए वह न्यायलय में आया था जो सिपाही लेकर आया था उसे मीठाई खिलाकर कुणाल को हथकडी सहित लेकर फरार हो गया था उसे लेकर पीपराकोठी थाना क्षेत्र के कुडीया गांव में ले गया जहां सेम्पु लगाकर हथकडी से हाथ निकाला था उसके बाद सभी मुजफ्फरपुर चले गए थे । कुछ पुलिस कर्मी भी उसे संरक्षण देते थे । जब वह छुपकर हिमांचल पंदेश में रहता था उस समय छापेमारी करने गई पुलिस टीम ने उसे सुचना दे दी थी जिस कारण वह भाग निकला था व पुलिस पकड़ से बाहर चल रहा था । एसपी ने बताया कि छापेमारी टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों को भी चिन्हीत किया जा रहा है । जेल से छुटने के बाद जिले के सभी वारदातों में वह स्वंय या परोक्ष रूप से शामिल रहता था। मुजफ्फरपुर के बदमाश उसे उपलब्ध कराता था एके 47 राजतिलक ने बताया है कि जब वह बड़े वारदात को अंजाम देना होता था तो मुजफ्फरपुर के एक बदमाश द्वारा एके 47 उपलब्ध कराया जाता था। फिर वारदात को अंजाम देकर वह उसे वहीं छुपा देता था। पुलिस एके 47 की बरामदगी के लिए भी छापेमारी कर रही है। पुरस्कृत होगें पुलिस अधिकारी पुलिस अधीक्षक नवीन चन्द्र झा ने बताया कि छापेमारी टीम में शामिल चकिया के डीएसपी शैलेन्द्र कुमार , पीपरा थानाघ्यक्ष मुकेश कुमार , छौउादानो थानाघ्यक्ष मनोज कुमार सिंह , मुफसिस्ल के थानाघ्यक्ष रोहित कुमार, घोड़ासहन के अखिलेश मिश्रा, तकनीकी सेल के दारोगा मनीष कुमार, संदीप कुमार, कुमार चिरंजीवी, मुन्ना कुमार व नित्यानंद दुबे के बीच इनाम की राशि वितरीत की जाएगी। वहीं अवार्ड के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।