अनुश्रवण समिति की बैठक में बाढ पीड़ितों की सूची का अनुमोदन
मोतिहारी । पुराने प्रखंड कार्यालय भवन सह बंजरिया पंचायत के सामुदायिक भवन में गुरुवार को बा
मोतिहारी । पुराने प्रखंड कार्यालय भवन सह बंजरिया पंचायत के सामुदायिक भवन में गुरुवार को बाढ़ को लेकर प्रखंड अनुश्रवण समिति की बैठक हुई। अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख ललन कुमार चौधरी एवं संचालन सीओ मणिकुमार वर्मा ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रमुख ने कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है। इस आपदा की घड़ी में सब लोगों को मिलकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सबों का यह उद्देश्य होना चाहिए कि कोई भी बाढ़ पीड़ित परिवार इस सूची से छूटे नहीं। वहीं, जदयू प्रखंड अध्यक्ष क्यामुल हक ने कहा कि प्रखंड के कई ऐसे पंचायत हैं जहां पर पंचायत अनुश्रवण का बैठक किया गया लेकिन स्थानीय जदयू पंचायत अध्यक्षों को नहीं बुलाया गया। इस पर सीओ मणिकुमार वर्मा ने कहा कि पंचायत अनुश्रवण की बैठक में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के पंचायत अध्यक्षों को भी शामिल करना है, अगर नहीं किया गया है तो यह गलत है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के पंचायत अध्यक्ष सूची में यह देखें कि अगर किसी बाढ़ पीड़ित परिवार का नाम पंचायत अनुश्रवण में छूट गया है तो वैसे लोगों का सूची मेरे पास जाम कर दें। उसकी जांच राजस्व कर्मचारी व पंचायत सेवक से करा उसे सूची में जोड़ दिया जाएगा। बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों व विभिन्न राजनीतिक पार्टियां के प्रखंड अध्यक्षों ने एक साथ कहा कि बंजरिया प्रखंड के सभी 13 पंचायत बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ आ जाने से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। इसको लेकर सरकार से मुआवजे की मांग की जाएगी। सीओ ने भी कहा कि प्रखंड के सभी 13 पंचायत बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हैं। बैठक में पशुपालन विभाग के कोई भी अधिकारी व कर्मी शामिल नहीं थे जिनके विरुद्ध जनप्रतिनिधियों ने एक सुर में कार्रवाई करने की मांग की। मौके पर बीईओ इंदिरा कुमारी, बीएओ विक्रमा मांझी, सीडीपीओ आशीष नंदन, सांसद प्रतिनिधि सह पूर्व प्रमुख अखिलेश गुप्ता, मुखिया कुमार मनोज सिंह, तेरस राम, तामधज सहनी, मुखिया प्रतिनिधि अरविद कुमार सिंह, फैजुर रहमान मुन्ना, नंदलाल साह, नाथु साह, राजद प्रखंड अध्यक्ष सज्जाद आलम, जदयू प्रखंड अध्यक्ष क्यामुल हक, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष संतोष सिंह, बंजरिया उप मुखिया प्रतिनिधि संतोष सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।