शेरहा के लोग गोलबंद, लिया शराब नहीं पीने का संकल्प
सिंहवाड़ा प्रखंड की मनिकौली पंचायत के शेरहा टोला में देसी चुलाई शराब निर्माण व उसकी बिक्री के खिलाफ यहां के ग्रामीण गोलबंद हुए हैं। लोगों ने इस अवैध धंधे के कारण यहां होनेवाली छापेमारी से गांव व इलाके की हो रही बदनामी को बेहद गंभीरता से लिया है।
दरभंगा । सिंहवाड़ा प्रखंड की मनिकौली पंचायत के शेरहा टोला में देसी चुलाई शराब निर्माण व उसकी बिक्री के खिलाफ यहां के ग्रामीण गोलबंद हुए हैं। लोगों ने इस अवैध धंधे के कारण यहां होनेवाली छापेमारी से गांव व इलाके की हो रही बदनामी को बेहद गंभीरता से लिया है। लोगों ने एक स्वर में फैसला लिया है कि अब न शराब बनने देंगे , न बाहर से लाकर लोगों के बीच अंग्रेजी शराब बेचने देंगे। नहीं धंधेबाजों की चलने देंगे। ग्रामीणों ने बुधवार को पंचायत बुलाकर शराब कारोबारियों के खिलाफ मुहिम चलाने का निर्णय लिया है। शराब के निर्माण व सेवन पर पाबंदी लगाने का निर्णय लिया। शेरहा टोला में शराब नहीं पीने व न बेचने का संकल्प लिया। सरपंच प्रतिनिधि मो. आबिद व मुखिया प्रतिनिधि नथुनी साह के अलावा पंचायत में शामिल नरेश सहनी, बसीर सहनी, विमलेश सहनी, विष्णु सहनी, पवन सहनी, प्रभु सहनी, रौशन सहनी, प्रमोद सहनी, जदु सहनी, लक्ष्मण सहनी समेत दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने संकल्प लिया है कि शराब तस्करों के कारण समाज पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए निर्णय लिया गया कि गांव में चुलाई शराब का निर्माण करने वालों के खिलाफ पुलिस को सूचना देकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं गांव में अंग्रेजी शराब व गांजा की बिक्री नही करने का निर्णय लिया गया। पंचायत के निर्णय की अवहेलना करने पर पंचों द्वारा सख्त कार्रवाई करने की नसीहत दी गई है।
6 अक्टूबर को गांव में छापेमारी कर पुलिस ने ध्वस्त किया था शराब के अड्डों को
विधानसभा चुनाव को लेकर सर्च अभियान के तहत 6 अक्टूबर को सीआइएटी के जवानों ने शेरहा टोला में बुढ़नद नदी किनारे नाव पर सवार होकर पुलिस टीम शराब के अवैध अड्डों पर पहुंची थी। छापेमारी कर देसी शराब निर्माण की भट्ठियों को ध्वस्त किया था। साथ ही शराब निर्मित व भंडारण करने के उपकरण समेत 50 लीटर चुलाई शराब बरामद कर अर्द्धनिर्मित 700 लीटर चुलाई शराब को नष्ट किया गया था। पुलिस ने मामले में पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। लगातार हो रही छापेमारी व पुलिस की दबिश से तस्करों के बीच हड़कंप मचा रहा। इस बीच गांव के लोगों ने तय किया कि इस एक अवैध धंधे से जुड़े लोगों के कारण सामाजिक व्यवस्था चौपट होती जा रही है।
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