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आंखों के सामने देवर की हत्या का खौफनाक मंजर नहीं भूल पा रहीं विभा

सकतपुर थानाक्षेत्र के उजान गढ़ टोल में गुरुवार की सुबह हुई यहां के युवक पप्पू कामती की नृशंस हत्या की घटना को देखकर सबकी रूह कांप गई है। स्वजनों के चीत्कार से पूरा गांव दहल गया है। पप्पू की चचेरी भाभी विभा देवी अपनी आंखों के सामने हुई देवर की हत्या का खौफनाक मंजर नहीं भुला पा रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 May 2022 01:19 AM (IST)Updated: Fri, 13 May 2022 01:19 AM (IST)
आंखों के सामने देवर की हत्या का खौफनाक मंजर नहीं भूल पा रहीं विभा
आंखों के सामने देवर की हत्या का खौफनाक मंजर नहीं भूल पा रहीं विभा

दरभंगा । सकतपुर थानाक्षेत्र के उजान गढ़ टोल में गुरुवार की सुबह हुई यहां के युवक पप्पू कामती की नृशंस हत्या की घटना को देखकर सबकी रूह कांप गई है। स्वजनों के चीत्कार से पूरा गांव दहल गया है। पप्पू की चचेरी भाभी विभा देवी अपनी आंखों के सामने हुई देवर की हत्या का खौफनाक मंजर नहीं भुला पा रही हैं। बताती हैं- चचेरे छोटे देवर छह माह से गांव में रह रहे थे। इससे पहले वो लुधियाना में रहते थे। हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के होने के कारण सबके चहेते थे। मेरी आंखों सामने हत्यारों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया। विश्वास ही नहीं हो रहा है कि ऐसी घटना हो जाएगी।

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आंगन में दीपक ने मचाया उत्पात

विभाग ने बताया- बुधवार की रात करीब 11 बजे पड़ोसी दीपक कामत आंगन में आ धमका। गाली-गलौज करते हुए तोड़फोड़ करने लगा। मना करने पर देवर एवं भगीना को फोन से बुलाने की बात करने लगा। डर से अपने कमरे में चले गए। गुस्से में उसने परचून की दुकान को तोड़ फोड़ दिया। रसोई घर के सामान बिखेर दिए और बगल कमरे का दरवाजा लात से धक्का देकर तोड़ दिया। डर के साए में घर में दुबकी रही। थोड़ी देर बाद वह चला गया, लेकिन डर से घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं हुई। गुरुवार की सुबह चीखने चिल्लाने की आवाज सुनी। बाहर आई तो सड़क पर चचेरा देवर को खून से लथपथ तड़प रहा था। हत्यारों की गिरफ्त से भाग निकला था पप्पू का भांजा अमलेश

उधार की राशि को लेकर दीपक का विवाद मृतक पप्पू के भगीना अमलेश के साथ था। दो साल छह हजार की राशि की मांग पर विवाद हो रहा था। इसी विवाद की कड़ी में गुरुवार को ताक लगाए बैठे दीपक ने अमलेश और पप्पू पर वार किया। इस दौरान अमलेश किसी तरह भागने में सफल रहा, लेकिन पप्पू की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

पिता की हालत बुरी चार बहन व दो भाइयों में सबसे छोटा होने के कारण पप्पू घर में सबका लाड़ला था। उसके निधन के बाद पिता प्रभु कामती सुध बुध खो बैठे हैं। कहते हैं-हर पिता की इच्छा होती है कि उसकी अंतिम यात्रा पुत्र के कंधे पर हो। यह कैसा दुर्भाग्य है कि पिता के रहते पुत्र की अर्थी उठ रही है।

पुलिस घटना के कारणों की कर रही जांच

प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस को उधार के रुपयों के अलावा कई अन्य बातों की जानकारी मिली है। पुलिस उस जानकारी के आलोक में लगातार जांच कर रही है। थानाध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस घटना से जुड़े हर पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है। फरार आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

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