तब डीएमसीएच की होगी गोल्डेन जुबली और एम्स लेगा आकार
दरभंगा। दरभंगा के इतिहास में एम्स एक नए अध्याय के तौर पर जुड़ गया। अबतक दरभंगा मेडिकल का
By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 01:02 AM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 05:12 AM (IST)
दरभंगा। दरभंगा के इतिहास में एम्स एक नए अध्याय के तौर पर जुड़ गया। अबतक दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल अपनी विशेषता के लिए देश-विदेश में चर्चित था। लेकिन, अब इसका परिसर और विस्तृत रूप लेने की ओर है। मंगलवार को एम्स की स्वीकृति मिली है। इसी के साथ 96 साल पूरा कर गोल्डेन जुबली मनाने की ओर बढ़ चले डीएमसीएच को उम्मीद है कि जब इसकी गोल्डेन जुबली मनेगी तबतक संभव है कि परिसर नए एम्स के साथ सुसज्जित हो जाए।
एम्स खुलने से बढ़ेगी स्वास्थ्य सुविधाएं
डीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. एचएन झा बताते हैं कि जब डीएमसीएच अपना गोल्डेन जुबली मना रहा होगा। तब दूसरी ओर एम्स को मरीजों के लिए खोलने की तैयारी शुरू होगी। एम्स के रूप में डीएमसीएच को एक बड़ी सौगात मिली है। -
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