बच्चों को सही मार्गदर्शन देने के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षित होना जरूरी : कुलपति
दरभंगा। पब्लिक स्कूल दरभंगा बेला में आयोजित बच्चों की विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. एसके ¨सह ने कहा कि सही शिक्षक ही बच्चों को सही दिशा-निर्देश दे सकते हैं।
दरभंगा। पब्लिक स्कूल दरभंगा बेला में आयोजित बच्चों की विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. एसके ¨सह ने कहा कि सही शिक्षक ही बच्चों को सही दिशा-निर्देश दे सकते हैं। जब तक शिक्षक प्रशिक्षित नहीं होंगे, कुशल नहीं होंगे, वह बच्चों का सही मार्गदर्शन नहीं कर पाएंगे। इसलिए समय-समय पर शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित होनी चाहिए। इससे पूर्व कुलपति प्रो. ¨सह ने दो दर्जन से अधिक कक्षों में आयोजित प्रदर्शनी का घूम-घूम कर निरीक्षण किया। बच्चों के बनाए मॉडल को गौर से देखा और उनके उपयोग व बनाने की विधि को जाना। लनामिविवि के दूरस्थ शिक्षा निदेशक डॉ. सरदार अर¨वद ¨सह, आईबीएम बेला के निदेशक डॉ. एलपी ¨सह, स्कूल के सचिव डॉ. बीके मिश्रा, निदेशक राहुल मिश्रा आदि ने भी इस अवसर पर मौजूद रह कर बच्चों का हौसला बढ़ाया। विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक नरेंद्र नाथ झा ने रोहित मिश्रा के साथ कुलपति को बच्चों के बनाए मॉडल से अवगत कराया। मौके पर दयानाथ मिश्रा, रूमेली सेन, शैलेश कुमार झा, पल्लवी अग्रवाल, प्रभु झा, संजीव तिवारी आदि शिक्षक मौजूद थे। कुलपति ने कला प्रदर्शनी में सबसे जीवंत मॉडल पीकॉक के निर्माण के लिए सुबुही बारी और शिवानी प्रियंका को उसके चेरी ब्लॉसम मॉडल के लिए पुरस्कार से नवाजा। विज्ञान के सिस्मोग्राफ मॉडल के लिए सफा शकील व प्रतिभा और रोबोटिक आर्म के लिए रवि शशि राय एवं गौरव को पुरस्कृत किया गया। समाज विज्ञान में मानव विकास के बेहतर मॉडल की प्रस्तुति के लिए सत्यम, शिवम, अभिषेक और धरती के बदलते उपयोग वाले मॉडल के लिए महबी व स्वाति को पुरस्कृत किया गया।
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