पोस्टर व पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किया शोध परियोजना
स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग में बुधवार को छात्र-छात्राओं की ओर से पोस्टर व पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से शोध परियोजना प्रस्तुत किया।
दरभंगा। स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग में बुधवार को छात्र-छात्राओं की ओर से पोस्टर व पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से शोध परियोजना प्रस्तुत किया। विज्ञान संकाय अंतर्गत रसायनशास्त्र, भौतिकी, गणित व सामाजिक विज्ञान संकाय अधीन गृहविज्ञान, एआइएच, व भूगोल विषयों के 14 छात्र-छात्राओं ने अपने विषय से संबंधित शोध परियोजना प्रस्तुत किया गया। सभी संबंधित विषयों के विभागाध्यक्ष, अधिकृत प्रतिनिधि व संबंधित संकायाध्यक्ष की ओर से मूल्यांकन के लिए निर्धारित सात पैरामीटर पर निर्णायक की भूमिका में मूल्यांकन किया गया। ज्ञात हो कि नई दिल्ली भारतीय विश्वविद्यालय संघ की ओर से अन्वेषण 2020 के तहत स्टूडेंट रिसर्च कन्वेंशन जिसका जोनल स्तर पर चयन यादवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता में 12 व 13 फरवरी 2020 को किया जाएगा। इसी निमित्त विश्वविद्यालय स्तर से उत्कृष्ट शोध परियोजनाओं को चुनकर जोनल स्तर की प्रतियोगिता के लिए भेजा जाना था। वहां से चुनने के बाद राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें 75 चयनित परियोजनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। 15 उत्कृष्ट परियोजनाएं पुरस्कृत किए जाएंगे।जानकारी देते हुए अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो. रतन कुमार चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय में प्रथम बार इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की गई है, जिसमें कुल 14 छात्र-छात्राओं ने अपने शोध परियोजनाओं को प्रस्तुत किया। यद्यपि 43 अंगीभूत महाविद्यालय व 22 स्नातकोत्तर विभागों में पढ़ रहे स्नातक-स्नातकोत्तर, शोधार्थी छात्रों की संख्या की अपेक्षा यह संख्या उत्साहजनक नहीं है फिर भी पहली बार इतने छात्रों ने भाग लिया। सबसे उत्कृष्ट शोध परियोजना एमआरएम कॉलेज रसायन शास्त्र विभाग की ओर से सोनाली कुमारी व अन्य की ओर से सर्वे एंड आइसोलेशन ऑफ वेरियस वैरायटी ऑफ मेरीगोल्ड एक्सट्रैक्शन ऑफ एसेंशियल ऑयल टॉपिक पर प्रदर्शित की गई। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है उन्होंने कहा की पहली बार इतने व्यापक स्तर पर छात्रों की ओर से पोस्टर व पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से शोध परियोजना प्रस्तुत किया जाना अपने आप में उत्कृष्टता को दर्शाती है। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि आगे चलकर गुणात्मक के साथ इसमें संख्यात्मक वृद्धि भी होगी।उन्होंने सभी प्रतिभागियों को विश्वविद्यालय की ओर से प्रशस्ति पत्र दिए जाने का आदेश दिया। निर्णायक की भूमिका में भौतिकी विभाग अध्यक्ष प्रो. निर्भय नारायण चौधरी, गणित विभाग के डॉ. जवाहरलाल चौधरी, रसायन शास्त्र विभाग के डॉ. सीमांत श्रीवास्तव, भूगोल से डॉ. गौरव सिक्का, एआइएच से विभागाध्यक्ष डॉ. अयोध्या नाथ झा, गृह विज्ञान से डॉ. प्रगति कुमारी, संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो. शीला व संकायाध्यक्ष सामाजिक विज्ञान प्रो. रविद्र कुमार चौधरी उपस्थित थे। डॉ. सुरेंद्र कुमार, सीसीडीसी व डॉ. केके साहू, विकास पदाधिकारी पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद थे।