सकरी-मिर्मली और झंझारपुर-लौकहा आमान परिवर्तन कार्य ते
दरभंगा। पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने गुरुवार को सूचना जारी कर बताया कि पूर्व मध्य रेल द्वारा नई लाईन दोहरीकरण आमान परिवर्तन सहित कई निर्माण परियोजनाओं पर कार्य तीव्रगति से जारी है ।
दरभंगा। पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने गुरुवार को सूचना जारी कर बताया कि पूर्व मध्य रेल द्वारा नई लाईन, दोहरीकरण, आमान परिवर्तन सहित कई निर्माण परियोजनाओं पर कार्य तीव्रगति से जारी है । इसी कड़ी में लगभग 206 किलोमीटर लंबे सकरी-निर्मली तथा झंझारपुर-लौकहा बाजार एवं सहरसा-फारबिसगंज आमान परिवर्तन का कार्य किया जा रहा है । इस परियोजना पर लगभग 1471 करोड़ रुपए व्यय आने का अनुमान है। लगभग 94 किलोमीटर लंबे सकरी-निर्मली तथा झंझारपुर-लौकहा बाजार आमान परिवर्तन परियोजना में से सकरी-मंडन मिश्र हाल्ट (11 किमी), मंडन मिश्र हॉल्ट-झंझारपुर (09 किमी), झंझारपुर-तमुरिया (09 किमी) का कार्य पूरा हो चुका है। इसी तरह 111 किलोमीटर लंबे सहरसा-फॉरबिसगंज आमान परिवर्तन परियोजना के अंतर्गत अब तक सहरसा- गढ़बरूआरी (16 किमी), गढ़बरूआरी-सुपौल (11 किमी), सुपौल-सरायगढ़ (25 किमी), सरायगढ़-राघोपुर (11 किमी) एवं राघोपुर-ललितग्राम (20 किमी) रेलखंड सहित अब तक कुल 83 किमी आमान परिवर्तन का कार्य पूरा कर लिया गया है।सकरी-निर्मली-झंझारपुर-लौकहा बाजार एवं सहरसा- फॉरबिसगंज आमान परिवर्तन परियोजना के अंतर्गत तमुरिया-घोघरडीहा (11 किमी), घोघरडीहा-निर्मली (11किमी), ललितग्राम-नरपतगंज-फॉरबिसगंज (29 किमी) का कार्य 2022 तक पूरा होने की संभावना है ।
दरभंगा और सहरसा के लोगों को गुवाहाटी के लिए मिलेगा वैकल्पिक रेलमार्ग फारबिसगंज तक रेल कनेक्टिविटी होने के बाद जोगबनी, कटिहार और गुवाहाटी से कोसी-मिथिला का सीधा रेल संपर्क उपलब्ध हो जाएगा। फारबिसगंज होकर जोगबनी, कटिहार और गुवाहाटी से कोसी-मिथिला से जुड़ जाएगा। झंझारपुर, निर्मली रूट की ट्रेन कोसी रेल महासेतु, सरायगढ़ और राघोपुर होकर फारबिसगंज पहुंच जाएगी। दरभंगा एवं सहरसा क्षेत्र के लोगों को गुवाहाटी के लिए वैकल्पिक रेलमार्ग उपलब्ध हो जाएगा।