कॉस्मेटिक बाजार में लौटी रौनक, लॉकडाउन के बाद बढ़ा 30 फीसद कारोबार
दरभंगा। काम करने का रोडमैप हो कार्ययोजना को अमली जामा पहनाने का जज्बा हो मेहनत की पुर
दरभंगा। काम करने का रोडमैप हो, कार्ययोजना को अमली जामा पहनाने का जज्बा हो, मेहनत की पुरजोर कोशिश हो और लोगों का साथ-भरोसा हो तो कारोबार मुश्किल हालातों में भी आदमी जीत जाता है। जी हां कोरोना संक्रमण के बीच शहर में कॉस्मेटिक बाजार पूरी तरह चौपट हो गया था। लेकिन कॉस्मेटिक व्यवसायियों ने हार नहीं मानी। लॉकडाउन के बाद अब कॉस्टेमिटक बाजार में रौनक लौट गई है। ग्राहकों का जुड़ाव दुकानदारों के साथ फिर से होने लगा है। स्थिति बेहतर हुई तो व्यापार भी बढ़ने लगा है। लॉकडाउन के बाद कॉस्मेटिक बाजार में 30 फीसद व्यापार बढ़ा है। कॉस्मेटिक कारोबारियों की माने तो लॉकडाउन अवधि के बीच हुए घाटे से अगले साल तक भरपाई की जाएगी। बदली काम की शैली, व्हाटसएप से लेने लगे ऑर्डर दरभंगा टॉवर स्थित नेहा कॉस्मेटिक की संचालिका नेहा कुमारी कहती हैं, कोरोना में लोगों को दुकान आने में परेशानी थी और संक्रमण का खतरा भी था। ग्राहक फोन के माध्यम से अपनी मांग लिखवाते थे। हमने इसका समाधान निकाला। लोगों से हमने वॉट्सऐप पर सूची मंगानी शुरू कर दी। इस लिस्ट के माध्यम से सामान की डिलीवरी कर देते थे और लोग हमें डिजिटल पेमेंट कर देते थे। अपार्टमेंट में की एक साथ डिलीवरी कोरोना के शुरुआती समय में एक बड़ी परेशानी यह थी कि डिलीवरी के लिए कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। ऐसे में हमने क्षेत्र की प्रमुख अपार्टमेंट में बीस डिलीवरी एक साथ एक जगह पर करना शुरू किया। क्षेत्र की किसी एक डिलीवरी पर हम उस बिल्डिग और आस-पास के घरों की डिलीवरी कर देते थे, जिससे समय भी बचा और लोगों तक उनकी जरूरत का सामान भी पहुंचा। लिपिस्टिक का बाजार रहा डल लॉकडाउन अवधि के बीच शादी समारोह, विभिन्न सामाजिक गतिविधियां नहीं होने के कारण कॉस्मेटिक बाजार में लिपिस्टिक का बाजार डल रहा। स्थानीय मिर्जापुर निवासी जूली कुमारी कहती हैं, लॉकडाउन में मास्क अनिवार्य है। ऐसे में लिपिस्टिक की कोई खास जरूरत नहीं पड़ी। --------