भवन निर्माण सामग्री बाजार में लौटी रौनक, लॉकडाउन के बाद 60 फीसद बढ़ा कारोबार
मन में हो विश्वास हिम्मत न हार के मंत्र को शिरोधार्य कर लिया जाए तो फिर किसी भी विपरीत स्थिति से निकला जा सकता है। लॉकडाउन अवधि में भवन निर्माण सामग्री का बाजार एक ओर जहां पूरी तरह ठप था।
दरभंगा । मन में हो विश्वास, हिम्मत न हार के मंत्र को शिरोधार्य कर लिया जाए, तो फिर किसी भी विपरीत स्थिति से निकला जा सकता है। लॉकडाउन अवधि में भवन निर्माण सामग्री का बाजार एक ओर जहां पूरी तरह ठप था। वहीं दूसरी ओर भवन निर्माण सामग्री के कारोबारी नीलकंठ ट्रेडर्स के संचालक विकास कुमार कहते हैं, कोरोना संक्रमण के कारण मार्च से लेकर जुलाई तक भवन सामग्री संबंधित कारोबार ठप रहा। लेकिन, इस बीच ग्राहकों के साथ जुड़ाव बना रहा। वर्तमान में भवन निर्माण सामग्री बाजार में रौनक लौटी है। लॉकडाउन के बाद व्यापार में 60 फीसद का इजाफा दर्ज किया गया है। इसी वर्ष शुरू किया था व्यवसाय, घाटे के बाद भी नहीं मानी हार नील कंठ ट्रेडर्स के संचालक विकाश कुमार बतातें हैं, इस वर्ष जनवरी माह में भवन सामग्री संबंधित दुकान खोली है। दो माह के बाद ही कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन हो गया। इससे व्यापार को काफी नुकसान पहुंचा। इसके बाद भी मैंने हार नहीं मानी। व्यवसाय को फिर से शुरू किया हूं। ग्राहकों के पास उधार के पैसे भी फंसे हुए हैं। धीरे-धीरे व्यवस्था ट्रैक पर लौट रही है। ग्राहकों की संतुष्टि सर्वोच्च प्राथमिकता भवन निर्माण सामग्री की दुकान में जब भी कोई ग्राहक आता है, तो सर्वोच्च प्राथमिकता उसकी संतुष्टि की ही रहती है। हमारे यहां बालू, सीमेंट, छड़ आदि हार्डवेयर की सामग्री उपलब्ध है। कोरोना के बाद उपजे हालात में भी संतुष्ट ग्राहकों का साथ उन्हें आगे बढ़ने में मदद कर रहा है। क्वॉलिटी से कोई समझौता नहीं, शिकायतों को तुरंत निपटाया अक्सर लोग ज्यादा मुनाफे के चक्कर में क्वॉलिटी के साथ समझौता कर देते हैं। यहां गुणवत्ता का खास ध्यान रखा गया। ग्राहकों की कभी छोटी-मोटी शिकायत आती है, तो उसे तुरंत दूर करने की कोशिश करते हैं। उनका सक्सेस मंत्र ग्राहकों की सेवा को सर्वोपरि मानना है, जो कारोबार की बढ़त के लिए अनिवार्य है। कोरोना से सुरक्षा का रखा पूरा ख्याल कोरोना के संकट के दौरान इससे बचाव के सभी उपाय अपनाए जा रहे हैं। सामान लेते समय ग्राहक मास्क पहने हों, शारीरिक दूरी का पालन हो और हाथों को सैनिटाइज करना प्राथमिकता में शामिल है। इसकी वजह से ग्राहक भी शोरूम में आने में सुरक्षित महसूस करते हैं। अब काम को मिलने लगी है गति विकाश कुमार बताते हैं कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें कठिनाई जरूर हुई, लेकिन दोस्तों ने साथ दिया। अब तो स्थिति सामान्य हो रही है। अब तक जीवन में आए उतार-चढ़ाव में, जिन्होंने भी उनका कारोबार में साथ दिया।
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