Move to Jagran APP

बेनीपुर अनुमंडल में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बदतर

दरभंगा। अनुमंडलीय क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बदतर है। यह स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। ऐसे में मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 01:16 AM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 01:16 AM (IST)
बेनीपुर अनुमंडल में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बदतर
बेनीपुर अनुमंडल में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बदतर

दरभंगा। अनुमंडलीय क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बदतर है। यह स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। ऐसे में मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। राज्य सरकार ने क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए बेनीपुर में अनुमंडलीय अस्पताल की स्थापना नौ वर्ष पूर्व कराई थी, लेकिन इस अस्पताल में आज भी डॉक्टरों व संसाधनों की घोर कमी है। इस कारण मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। डॉक्टरों की कमी के कारण पिछले दो वर्षो से अस्पताल में आने वाले हृदय रोग से पीडि़त मरीजों का इसीजी बंद है। हड्डी विभाग, मधुमेह जांच कक्ष, शिशु विभाग सहित विभिन्न विभागों के कक्ष में डॉक्टरों के अभाव में ताला लटका हुआ है। अस्पताल में कुल 30 डॉक्टरों का पद स्वीकृति रहने के बावजूद वर्तमान में मात्र छह डॉक्टरों के भरोसे ही स्वास्थ्य सेवा चल रहा है। 50 ए ग्रेड के नर्सो का पद स्वीकृति रहने के बावजूद मात्र 16 नर्सो के सहारे चल रहे अस्पताल में मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। बताया जाता है कि अनुमंडलीय अस्पताल की साफ-सफाई एवं मरीजों को भोजन देने के नाम पर प्रतिमाह सरकार का लाखों रुपया एनजीओ द्वारा हेराफेरी की जा रही है। अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ.आरसी झा ने सिविल सर्जन डॉ.अमरेंद्र नारायण झा को पत्र लिखकर संसाधनों एवं डॉक्टरों की घोर कमी के कारण मरीजों को समुचित इलाज करने में हो रही परेशानी से कई बार अवगत करा चुके हैं। इतना ही नहीं, स्थानीय विधायक सुनील चौधरी भी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मु्लाकात कर अस्पताल में कम से कम दस डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति या फिर पदस्थापना करने की मांग विगत छह माह पहले किया था, लेकिन उसके बाद भी अभी तक न तो अस्पताल में डॉक्टरों का पदस्थापना हुआ और न ही संसाधन उपलब्ध कराया जा सका है। इससे अस्पताल के कभी भी बंद होने की आशंका बढ़ गई है। वहीं, क्षेत्र में चल रहे बहेड़ा व अलीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित दो दर्जन से अधिक उप स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति भी बद से बदतर हो जाने के कारण खासकर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह चौपट हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बहेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अलीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। बताया जाता है कि दोनों उप स्वास्थ्य केंद्रों के एएनएम अक्सर अनुपस्थित रहते हैं। दोनों प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र केवल मरीजों को प्राथमिक उपचार कर दरभंगा रेफर करनेवाला अस्पताल बन कर रह गया है। जहां तक अनुमंडल में उप स्वास्थ्य केन्द्रों का सवाल है, तो एक भी उप स्वास्थ्य केंद्र सही से संचालित नहीं हो रहा। कई उप स्वास्थ्य केंद्र के भवन क्षतिग्रस्त रहने के कारण गिरने के कगार पर पहुंच गए हैं। क्षेत्र के लोग अब स्वास्थ्य सेवा की बिगड़ती हालत को देख उग्र आंदोलन करने की बात कर रहे हैं। इधर, सिविल सर्जन डॉ.अमरेंद्र नारायण झा स्वास्थ्य सेवा में सुधार लाने की बात कह रहे हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.