पंचायत समिति सदस्य मो. कैशर हत्याकांड में पुलिस खाली हाथ
दरभंगा। सदर थानाक्षेत्र के छोटाईपट्टी के पंचायत समिति सदस्य मो. कैशर की हत्या मामले में पुलिस
दरभंगा। सदर थानाक्षेत्र के छोटाईपट्टी के पंचायत समिति सदस्य मो. कैशर की हत्या मामले में पुलिस घटना के 27 दिनों बाद भी खाली हाथ है। आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम पटना भी गई। कई जगहों पर छापेमारी भी हुई। लेकिन, टीम खाली हाथ वापस लौट आई। हालांकि, पुलिस का दावा है कि सभी आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लेंगे। इसमें तकनीकी सेल की टीम को लगाया गया है। एसडीपीओ अनोज कुमार ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई है। जल्द ही सभी पुलिस गिरफ्त में होंगे। 14 जुलाई को लोआम में हुई थी हत्या 14 जुलाई को सदर थाना के लोआम स्थित गैरपुर गांव में दो लोगों के विवाद को सुलझाने के दौरान पंचायत समिति सदस्य मो. कैशर की हत्या कर दी गई। गोली चलाने वाले गांव के ही लोग थे। घटना में मृतक के बड़े पुत्र मो. तहसीन और साला मो. कादिर बाल-बाल बच गए। हालांकि, हमलावरों ने उन दोनों पर भी गोली चलाई। हमलावरों में गैरपुर लोआम के मो. तौकीर, उनके पुत्र मो. नैयर और मो. फैसल, मो. नफीस, केवटी थाने के छतवन निवासी शमसे आलम, लहेरियासराय थानाक्षेत्र के पुरानी मुंसफी निवासी मो. आशु व मिल्लत कॉलेज मोहल्ला निवासी मो. रेयाज शामिल रहे। घटना के बाद सभी बैगन आर कार से फरार हो गए थे। घटना के दूसरे दिन पंसस मो. कैशर के जनाजे के नमाज में आरोपित मो. नफीश भी शामिल हुआ था। नमाज खत्म होते ही लोगों ने हल्ला किया। लेकिन, वह फरार हो गया। ------------------- पहले से भी आरोपित है तौकीर : पंचायत समिति सदस्य की हत्या में आरोपित मो. तौकीर पर पहले से भी अपहरण, आर्म्स एक्ट आदि की प्राथामिकी दर्ज है। वह 6 अगस्त 2019 को हथियार के बल पर अपनी बहन गजाला और बहनोई मो. तनवीर की मुरिया स्थित गैस एजेंसी को कब्जा करने पहुंचा था। जब बहनोई ने विरोध किया तो तौकीर अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर गैस गोदाम में ताला जड़ दिया। पुलिस ने देसी पिस्टल के साथ एक बदमाश को दबोच लिया था। लेकिन, तौकीर ने अपने बहनोई और उनके भाई फैयाज को अगवा कर फरार हो गया था। इस मामले में तौकीर सहित आठ लोग आरोपित किए गए थे। -----------