मिथिला विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस पर एमएसयू का हंगामा, वीसी को घेरा
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के अवसर पर छात्र संगठन मिथिला स्टूडेंट यूनियन का तांडव देखने को मिला।
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के अवसर पर छात्र संगठन मिथिला स्टूडेंट यूनियन का तांडव देखने को मिला। स्नातक तृतीय खंड के परीक्षा परिणाम में सुधार को लेकर पिछले कई दिनों से रोषपूर्ण प्रदर्शन एवं अनिश्चितकालीन अनशन चल रहा था। इसी दौरान बुधवार की सुबह झंडोत्तोलन करने पहुंचे कुलपति को देख आंदोलनकारी उग्र हो गए। आंदोलनकारियों ने कुलपति के गाड़ी के सामने सड़क पर लेट कर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इस दौरान स्थिति काफी गंभीर बन गई थी। कुलपति की गाड़ी के चारों ओर सुरक्षा गार्ड होने के बावजूद भी आंदोलनकारी का रौद्र रोप देखने को मिल रहा था। सभी गाड़ी रोकने का हर संभव प्रयास कर रहे थे। सुरक्षा में तैनात गार्डों के तत्परता के कारण कुलपति का काफिला सुरक्षित आवास तक पहुंचा। इसके बाद कुलपति के आदेशानुसार कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने विश्वविद्यालय थाने में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम को बाधित करने, असंसदीय एवं असंवैधानिक शब्दों के प्रयोग करने को लेकर मामला दर्ज करवाया।
इधर मामले को लेकर गुरुवार को कुलपति की अध्यक्षता में छात्र अनुशासन समिति की बैठक बुलाई गई। इसमें प्रतिकुलपति प्रो. डॉली सिन्हा, डीएसडब्ल्यू प्रो. विजय कुमार यादव, कुलानुशासक प्रो. अजय नाथ झा, सभी स्नातकोत्तर विभागाध्यक्ष, प्रोक्ट्रोरियल बोर्ड के सदस्य भी मौजूद थे। बैठक में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के दौरान एमएसयू के द्वारा किए गए उग्र आंदोलन की निदा की गई। सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि अब विश्वविद्यालय धरना स्थल पर आंदोलन करने वाले छात्र संगठनों को आंदोलन से सात दिन पूर्व कुलानुशासक को लिखित सूचना देनी होगी। साथ ही आंदोलन के दौरान किसी भी तरह के साउंड-स्पीकर का प्रयोग भी वर्जित रहेगा। वहीं सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि छात्रों की समस्याओं के निदान के लिए संबंधित कालेजों के प्राचार्यों को शिकायत की सूची तैयार कर छात्र कल्याण अध्यक्ष को ई. मेल के माध्यम से सूचित करने को निर्देशित किया गया है।