सादगी के बीच मनी बकरीद, लोगों ने किया कोरोना गाइडलाइन का पालन
दरभंगा। कोरोना के साए में बलिदान और अल्लाह के प्रति समर्पण का त्योहार ईद उल अजहा (बकरीद) का त्योहार बुधवार को सादगी के साथ मनाया गया।
दरभंगा। कोरोना के साए में बलिदान और अल्लाह के प्रति समर्पण का त्योहार ईद उल अजहा (बकरीद) का त्योहार बुधवार को सादगी के साथ मनाया गया। कोरोना संक्रमण से बचाओ के लिए जारी गाइडलाइन के पालन के तहत शहर में कहीं भी ईदगाह जैसी जगह में बड़ी जमात नहीं आयोजित की जा सकी। बावजूद इसके लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं देखी गई। लोगों ने मस्जिदों में छोटी-छटी जमात में नमाज अदा की तो कहीं घर पर ही नमाज अदा कर कुर्बानी की रस्मों को पूरा किया गया। हर जगह अल्लाह से मांगी गई दुआ में अमन और शांति के साथ साथ कोरोनावायरस से निजात प्रमुख मुद्दा बना रहा। लोगों ने एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद भी दी लेकिन वह भी दूर से ही। न कोई गले मिला न किसी ने हाथ मिला कर अपने जज्बे का इजहार किया। ईद मनाने वालों का एक बड़ा तबका ऐसा भी था जो मास्क नहीं लगा हुआ था इसका मतलब यह नहीं था यह सब के सब बिना मास्क वाले थे बहुत से लोग मास्क लगाकर भी नमाज अदा करने आए थे। भीषण जलजमाव से ग्रसित पुरानी मुंसफी और वार्ड नंबर 29 के फैज उल्ला खान मोहल्ले में भी ईद का उत्साह अपने चरम पर था। लोग रास्ते में जलजमाव से होते हुए ईद मनाने अपने-अपने घरों से निकले। बड़े बुजुर्गों को तो नमाज के बाद कुर्बानी की याद आ रही थी और वह उन्हीं की व्यवस्था में लग गए। लेकिन ईद तो असल मे बच्चों के लिए आई थी। ईदगाह में भले नमाज नहीं हुई और वहां मेला नहीं लगा। लेकिन ठेले वाले खोमचे वाले को बच्चों की फिकर थी। उन्होंने मोहल्ले मोहल्ले ही ठेला खोमचा सजाना शुरू कर दिया ।जहां बच्चों की भीड़ रंग-बिरंगे कपड़ों में तितली की भांति इधर से उधर दौड़ते हुए इस जी खुशियों को चार चांद लगा रही थी। इससे पूर्व पौ फटते ही करम गंज .महाराजगंज. दिलदार गंज. भीगो .चकरहमत. फकीरा खान .उर्दू . शाह सुपन और किलाघाट आदि मोहल्ले में बकरीद की रौनक पूरे शबाब पर आ चुकी थी। लोग अपने घरों की साफ-सफाई के साथ आने जने वाले रास्तों ब्लीचिग का छिडकाव कर रहे थे। हर और उमंग था .उत्साह था ।बच्चे नहा धोकर रंग बिरंगे कपड़े में खुशबू का फव्वारा छोड़ते हुए ईद मुबारक बकरीद मुबारक की सदा लगा रहे थे।
पूर्व मंत्री फातमी समेत बड़ी संख्या में लोगों ने घर पर अदा की नमाज कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों ने कहीं मस्जिदों में जाकर छोटी-छोटी जमात में नमाज अदा की तो अधिकांश लोगों ने घर पर ही नमाज अदा करना मुनासिब समझा। पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने ईद की भांति बकरीद की नमाज भी अपने खजा सराय स्थित आवास पर नमाज अदा की। अकेले नहीं पूरे गाइडलाइन के पालन के साथ इमाम भी आए और नमाजी भी आए । गिने-चुने हुए लोगो के साथ देश में अमन सुकून और विकास की दुआ मांगी गई।
हायाघाट में एक दूसरे को मुबारकबाद देने में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते नजर आए लोग हायाघाट, संस. : बकरीद का त्योहार प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। इस दौरान रसुलपुर, बांसडीह, चंदनपट्टी, शिवैसिंहपुर, बिसाईपट्टी, पिपरौलिया, बलुआहा, सिरनियां, उसमा, रतनपुरा, सिधौली, अकबरपुर, रघुनाथपुर, अनारकोठी आदि गांव स्थित लोगों ने अपने-अपने घरों में नमाज अदा की। इस दौरान सभी ने एक-दूसरे को कोरोना गाइडलाइन के अनुरूप मुबारकबाद दी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस दौरान बीडीओ रागिनी साहू, सीओ कमल प्रसाद साह, एपीएम थानाध्यक्ष डीएन राम, हायाघाट थानाध्यक्ष मो तारिक अनवर अंसारी व पतोर ओपी थानाध्यक्ष बरुण कुमार गोस्वामी ने अपने-अपने थानाक्षेत्रों में पड़ने वाले मस्जिद व ईदगाहों का मुआयना किया। बेनीपुर के मस्जिदों में अदा की गई नमाज बेनीपुर, संस. : बकरीद का त्योहार अनुमंडल क्षेत्र के मुसलमान भाईयों ने शनिवार को कोराना के साये में मनाया। मुसलमान भाईयों ने शारीरिक दूरी बनाकर क्षेत्र के बहेडा, आशापुर सहित विभिन्न गांवों के मस्जिदों में नमाज अदा की। आशापुर के रजा अहमद खां, हैदर अली खां, राजु खां एवं शिवराम गांव के मो. हसनैन , बहेडा के जफर ईमाम, सहजौली मो. सिराज उद्दीन व गरौल के लालबाबु का कहना था - बकरीद पर्व का महत्व ईद जैसा ही है। इस बार कोराना महामारी के कारण बकरीद के पर्व पर असर पडा है। केवटी में शांति व सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ त्योहार केवटी, संस. : बकरीद का त्योहार बुधवार को प्रखंड क्षेत्र में शांतिपूर्ण वातावरण में सादगी के बीच मनाया गया। लोगों ने कोविड - 19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने - अपने घरों में शारीरिक दूरी के बीच बकरीद की नमा•ा अदा कर मुल्क में अमन व वैश्विक महामारी कोविड - 19 से बचाव की दुआ मांगी। पूर्व विधायक प्रतिनिधि केवटी गांव निवासी अब्दुल मन्नान अंसारी ने कहा कि चौथी बार केवटी ईदगाह में नमाज नहीं पढ़ने से मायूसी तो जरूर हुई लेकिन वैश्विक महामारी कोविड - 19 से बचाव करना जिदगी एवं भविष्य के लिए ज्यादा जरूरी था। वे अपने घरों में ही कोविड - 19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्वजनों के अलावा नन्हे नाती अलकमा ताहीर, अबुसहमा ताहीर और दिलनवाज अहमद के साथ नमा•ा अदा की। पूर्व विधायक व जदयू के प्रदेश महासचिव डा. फराज फातमी ने केवटी विधानसभा क्षेत्र के समस्त नागरिकों व जनप्रतिनिधियों एवं जदयू कार्यकर्ताओं को बकरीद की बधाई दी है।
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