जीवंत होंगी महाराज कामेश्वर सिंह की कीर्ति, संजोया जा रहा इतिहास
दरभंगा। देश और दुनियाभर में अपनी कीर्ति के बूते यश अर्जित करनेवाले दरभंगा के महाराज काम
दरभंगा। देश और दुनियाभर में अपनी कीर्ति के बूते यश अर्जित करनेवाले दरभंगा के महाराज कामेश्वर सिंह की कीर्तियों को संजोने की नायाब पहल की गई है। इस कड़ी में सबसे पहले पीड़ित मानवता की सेवा करने की उनकी आदत को एक बार फिर से समाज के सामने लाने और उस आधार पर काम करने की तैयारी की गई है। इसी के साथ उनके द्वारा बनवाए गए ऐतिहासिक दरभंगा लाल किले के संरक्षण का भी प्रबंध किया जा रहा है। इसके लिए आगे आए हैं उनके पौत्र कपिलेश्वर सिंह। उन्होंने दरभंगा पहुंचकर अपने परिवार से जुड़ी तमाम स्मृतियों को सहेजने की दिशा में काम शुरू किया है। साथ ही जिले की पीड़ित मानवता की सेवा करने की दिशा में विभिन्न स्तरों पर काम शुरू किया है। सेवा और समर्पण के भाव से कार्यारंभ किया गया है।
28 नवंबर को महाराज की जयंती पर दिव्यांगों को मिलेगा कृत्रिम अंग व अन्य साधन
बताते हैं कि समाज के वैसे लोग जो विभिन्न कारणों से दिव्यांग हो गए और असहाय हैं, वैसे लोगों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। इनलोगों की मदद राज परिवार की ओर से की जाएगी। इसके लिए महाराज के नाम पर स्थापित कामेश्वर सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से महाराज की जयंती के अवसर पर दिव्यांग लोगों के बीच रामबाग स्थित राज परिवार के आवासीय परिसर में ट्राई साइकिल का वितरण किया जाएगा। वहीं राज अस्पताल में वैसे दिव्यांग जिन्हें कत्रिम अंगों की जरूरत है उनकी जांच की जाएगी और उन्हें कृत्रिम अंग लगाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त श्रवण यंत्र, जूते और स्टीक का भी वितरण किया जाएगा। इसके लिए निबंधन का काम चल रहा है। राज परिवार की ओर से इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर (94734-23958) भी जारी किया गया है।
अगले चरण में कैंसर मरीजों की होगी सेवा
जयंती समारोह के बाद अगले चरण में जिले के वैसे कैंसर मरीज जो अपना इलाज कराने में अक्षम हैं, उनकी मदद के लिए भी राज परिवार आगे आएगा। इसके लिए महाराज के पौत्र अपनी टीम के सहारे ऐसे लोगों की खोज करा रहे हैं। शीघ्र ही ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनकी मदद की जाएगी। -