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डिस्टेंस से अगले सत्र से होगी एमबीए और एमसीए की पढ़ाई

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सलाहकार समिति की बैठक सोमवार को कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 01:22 AM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 06:17 AM (IST)
डिस्टेंस से अगले सत्र से होगी एमबीए और एमसीए की पढ़ाई
डिस्टेंस से अगले सत्र से होगी एमबीए और एमसीए की पढ़ाई

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सलाहकार समिति की बैठक सोमवार को कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें निदेशालय के शिक्षकों व कर्मियों के प्रमोशन एवं ग्रेड-पे में संशोधन के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट को स्वीकृत किया गया। निदेशालय की ओर से करीब आठ एजेंडा बैठक में प्रस्तुत किया गया जिसपर विमर्श के बाद उन्हें पारित किया गया। पिछली बैठक के कार्यवृत का अनुमोदन किया गया। इसके साथ ही यूजीसी डेब से निदेशालय की अगले सत्र के लिए संबंधन प्राप्त करने एवं चार नए विषय बीबीए, एमबीए, बीसीए व एमसीए शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकृत करते हुए ऑनलाइन आवेदन करने का निर्देश दिया गया। मद संख्या चार के रूप में वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट को स्वीकृति प्रदान की गई। छात्रों के लिए विवरणिका मुद्रन के आदेश को घटनोत्तर स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही निदेशालय में 32 नए सीसी कैमरा जेम पोर्टल के माध्यम से लगवाने के प्रस्ताव को भी पारित किया गया। बैठक में वित्त परामर्शी अमानुल हक, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, प्रो. अजित कुमार सिंह, प्रो. शीला, सुधीर कुमार, वित्त समिति के सदस्य अरविद सिंह आदि मौजूद थे।

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18.27 करोड़ लाभ के बजट को मिली स्वीकृति :

बैठक में वर्ष 2020-21 के लिए 18 करोड़ 37 लाख 57 हजार 50 रुपये लाभ के बजट को पारित किया गया है। अब यह बजट सिडिकेट से अनुमोदित करा कर सीनेट के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। बजट में प्रस्तावित वित्तीय वर्ष में कुल 54 करोड़ 31 लाख 76 हजार 50 रुपये के लाभ का अनुमान है। वहीं अनुमानित व्यय 36 करोड़ 4 लाख 19 हजार दर्शाया गया है। इस प्रकार निदेशालय का बजट 18.27 करोड़ लाभ का है। बता दें कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का कामधेनु कहा जाता है।

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प्रमोशन के लिए शिक्षकों को देना होगा आवेदन :

कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार निदेशालय के शिक्षकों को करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत प्रमोशन का लाभ मिलेगा। इसके लिए सर्वप्रथम निदेशालय के असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर कार्यरत शिक्षकों को लेक्चरर सीनियर स्केल के पद पर प्रमोशन की प्रक्रिया होगी। इसके लिए निदेशालय अपने स्तर से सूचना के माध्यम से शिक्षकों से आवेदन लेगा। इसके बाद स्कीम के स्टैट्यूट के अनुरूप एक स्क्रीनिग कमेटी व चयन समिति का गठन कर प्रमोशन की प्रक्रिया होगी। शिक्षकों को आवेदन के साथ अपनी सेवा से संबंधित सभी अभिलेख, सेल्फ एप्रेजल रिपोर्ट व सीसीआर आदि भी जमा करना होगा। स्क्रीनिग व सेलेक्शन कमेटी का गठन कुलपति के स्तर पर होगा।

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शिक्षकेतर कर्मियों को प्रमोशन के लिए देनी होगी परीक्षा :

रिपोर्ट के अनुसार चतुर्थ वर्गीय कर्मियों को निम्नवर्गीय लिपिक के पद पर प्रमोशन के लिए दो पत्रों की विभागीय परीक्षा देनी होगी जिसमें न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। ऐसे कर्मियों को इंटर पास होना अनिवार्य होगा। साथ ही डीसीए के साथ कंप्यूटर टंकन में दक्षता अनिवार्य शर्त होगी। सहायक संवर्ग से शाखा पदाधिकारी के पद पर प्रमोशन के लिए सहायक के पद पर पांच वर्षों का कार्य अनुभव जरूरी होगा। इसके लिए भी दो पत्रों की विभागीय परीक्षा न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों के साथ पास करनी होगी। रिपोर्ट के अनुसार सहायक संवर्ग में कार्यरत कर्मी (सहायक पद पर पांच वर्षों का कार्य अनुभव वाले) एवं कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत कर्मी (पांच वर्षों का कार्य अनुभव वाले) का ग्रेड पे 4200 से 4600 किया जा सकता है। प्रमोशन एवं वेतनमान या ग्रड पे संशोधन का लाभ चयन समिति की अनुशंसा पर केवल उन्हीं कर्मियों को मिलेगा जो नियमित कर्मचारी के रूप में सक्षम प्राधिकार से नियुक्त हैं। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि स्ववित्तपोषित संस्थान होने के कारण वित्तीय लाभ अधिसूचना की तिथि से प्राप्त होगा।


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