दिलोजान से चाहने वाला पति बन बैठा अपनी पत्नी का दुश्मन, रची हत्या की साजिश
दिलोजान से अपनी पत्नी को चाहने वाला पति अपनी पत्नी की आचरण की वजह से उसका और उसके परिवारवालों का जानी-दुश्मन बन बैठा और सबकी हत्या करने की खौफनाक साजिश रच डाली, लेकिन पकड़ा गया।
दरभंगा [जेएनएन]। एक व्यक्ति जो अपनी पत्नी को बहुत चाहता था लेकिन कुछ ही दिनों में उसकी चाहत नफरत में बदल गई और उसने पत्नी को बेटी जो जान से मारने की खतरनाक साजिश रच डाली। इतना ही नहीं पत्नी के मायके वालों की भी हत्या करने के लिए हथियार जुटा लिए। लेकिन ठीक उससे पहले पुलिस ने उसे हथियार समेत गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि, उसने बचकर भागने की काफी कोशिश की। इस दौरान दंगा नियत्रंण दस्ता के जवान देवधारी चौधरी के सिर पर पिस्टल की बट से प्रहार कर जख्मी कर दिया। इसके बाद महाराजी पुल से नदी में छलांग लगा दी। मगर उसे खदेड़ कर पकड़ लिया।
गिरफ्तार अपराधी मो. अबरुल खगड़यिा जिले के बेलदौर थाने के धारी गांव निवासी मो. एनुल का पुत्र है। उसके पास से दो पिस्टल, पांच ङ्क्षजदा कारतूस, चार सिम, विभिन्न नाम के दो आधार कार्ड समेत कई कागजात मिले।
एएसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि अबरुल वर्ष 2015 में सीएम साइंस कॉलेज में निमार्णाधीन परीक्षा विभाग भवन में शटरिंग मिस्त्री का ठेकेदार था। उसकी मुलाकात तौकीर से हुई। वह उसे अक्सर अपनी ससुराल शुभंकरपुर स्थित इमामबाड़ा ले जाया करता था।
अबरूल को तौकीर की साली शबनम से प्यार हो गया और दोनोें ने शादी कर ली। शादी के तीन साल हंसी-खुशी बीते। इस बीच शबनम ने एक फूल-सी बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद शबनम का आचरण बिगड़ने लगा।जब अबरूल ने लगाम लगाने की कोशिश तो शबनम खगड़यिा से भाग कर मायके आ गई।
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अबरूल ने उसे मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। अबरूल अपनी बेटी के बिना नहीं रह सकता था, इसीलिए वह बेटी को लेने दरभंगा पहुंचा। शबनम बेटी को नहीं ले जाने दी तो गुस्से में अबरूल ने एक खौफनाक साजिश रची। उसने पत्नी, बेटी और ससुराल वालों की हत्या करने के बाद खुद को भी खत्म कर लेने का प्लान बनाया। इसके लिए वह दो पिस्टल व पांच गोली लेकर पहुंचा था।
एएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए वह पांच दिनों से शुभंकरपुर के एक बगीचा में रह रहा था। कुछ रुपये की जरूरत पड़ी तो एक पिस्टल को सात हजार रुपये में बेचने के लिए एक ग्राहक से बात की। सौदा तय करने के बाद ग्राहक ने उसकी बात एएसपी से खरीदार के रूप में कराई।
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इसके बाद दंगा नियंत्रण दस्ता प्रभारी जनार्दन शर्मा ग्राहक बनकर पिस्टल लेने पहुंचा। इसके बाद उसे दबोच लिया गया। उसके पास से पुलिस ने मुजफ्फरपुर जिले के एक शातिर अपराधी का आधार कार्ड भी बरामद किया। गिरोह के अन्य को भी पकडऩे के लिए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी। उसकी ससुराल में भी छापेमारी की। इस दौरान नगर थानाध्यक्ष अजित कुमार सहित कई पुलिस पदाधिकारी थे।