आभूषण बाजार में लौटी रौनक, लॉकडाउन के बाद 40 फीसद बढ़ा कारोबार
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दरभंगा । किसी भी कारोबार में कामयाबी का महत्वपूर्ण घटक होता है धैर्य, वचनबद्धता, विश्वास और सकारात्मक प्रतिस्पर्धी रवैया। इसी फॉर्मूले को यदि जीवन में गांठ बांध कर आगे बढ़ाया जाए तो सफलता के सोपान गढ़े जा सकते हैं। शहर के मिर्जापुर स्थित जीजे ज्वैलर्स के संचालक आकाश आनंद कहतें हैं कि आभूषण के कारोबार में तो भरोसे और पक्की जुबान की बुनियाद पर ही सब टिका होता है। हमारे पेशे में ग्राहक और दुकानदार का रिश्ता पीढ़ी-दर-पीढ़ी मजबूत होता है। ये रिश्ता जितना घनिष्ठ और सु²ढ़ होगा कारोबार उतना ही सशक्त और सबल होगा। यह मुश्किल हालातों से निपटने के लिए आपको संबल देता है और इस बात की प्रेरणा भी कि आप सफर में अकेले नहीं है। कोरोना काल के बीच आभूषण बाजार में दिखी रौनक विगत मार्च से अगस्त माह तक आभूषण बाजार में 95 फीसद का गिरावट दर्ज की गई थी। इस समय अवधि के बीच आभूषण कारोबारियों को नुकसान का सामना करना पड़ा। लेकिन इस सब के बीच भी जिले के आभूषण व्यापारियों के हौसले बुलंद हैं। कारोबारी बताते हैं, कि घाटे से अगले साल तक निकल जाएंगे। समाधान 1: ग्राहकों से रिश्ते की चेन को मजबूत बनाए रखा हमारे पास करीब 35 हजार ग्राहकों के नंबर हैं। हमने उन ग्राहकों से फोन के माध्यम से संपर्क साधा। जब हमारी दुकान बंद थी, तब भी हमने उनसे बातचीत का क्रम जारी रखा, ताकि हमारे बीच की आत्मीयता बनी रहे। ऐसा इसलिए भी किया गया कि अगर हमारे ग्राहक किसी समस्या में हैं और हम समाधान में सक्षम हैं तो उनकी मदद की जा सके। इसका फल हमें ग्राहकों के प्यार के रूप में मिला, जो किसी भी कारोबार की जान है। समाधान 2: सोशल मीडिया बना बिजनेस सेंटर बदलाव के इस दौर में नई तकनीक बहुत जरूरी है, लेकिन हमारे कारोबार में सोशल मीडिया पर पूर्ण निर्भरता ज्यादा नहीं है। पर हमने इस बदलाव के रूप में लिया। कोरोना संक्रमण के बीच हमारे कई ग्राहक दुकान आने में सक्षम नहीं थे। कुछ ग्राहकों का फीडबैक आया कि हमें नए प्रोडक्ट के बारे में बताएं। अगर डिजाइन या प्रोडक्ट पसंद आया तो हम शोरूम आएंगे। ऐसे में उन्हें नए प्रोडक्ट, डिजाइन, सोने-चांदी के भाव से अपडेट करने का काम हमने वॉट्सऐप ग्रुप पर किया। कई बार ग्राहक भी वॉट्सऐप ग्रुप पर प्रोडक्ट की इमेज डाल देते थे, जो हमारे लिए भी एक सीख होती थी। ऐसे में सोशल मीडिया और नई तकनीक हमारे व ग्राहकों के बीच एक बिजनेस सेंटर के तौर पर सामने आई, जहां लगातार अपडेशन संभव था। समाधान 3: लॉकडाउन अवधि में ग्राहकों से रहा जुड़ाव
लॉकडाउन अवधि में ग्राहक से बर्थ डे, मैरेज डे की शुभकामनाएं इनके घरों में केक आदि गिफ्ट भेजकर किया गया। ग्राहकों से एसएमएस, वाट्सएप आदि सोशल मीडिया से जुड़ाव बना रहा। समाधान 4: होम डिलेवरी से ग्राहकों के घरों तक पहुंचा गया लॉकडाउन अवधि के बीच सात माह तक ग्राहकों को सुविधा मुहैया करवाने के लिए आभूषण बाजार में होम डिलेवरी की भी सुविधा दी गई है। सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए ग्राहकों को सुविधा मुहैया करवाई गई। समाधान 5 : ग्राहकों को दिया कूपन
कोरोना की वजह से हर कोई भयभीत है, बाजार में अपेक्षित तेजी नहीं है। ऐसे में हमने कोशिश की कि अपना लाभ का प्रतिशत कम करें। इससे जहां सेल बढ़ेगी और ग्राहकों को फायदा होगा। त्योहारों के लिए भी हमने हीरे के आभूषणों में भी कुछ छूट की स्कीम बना दी है। स्वयं के लाभ में थोड़ा कमी कर ग्राहकों को अधिक लाभ देना हमारे लिए फायदेमंद रहा। ग्राहकों को कूपन के माध्यम से जोड़ा रखा।
समाधान 6 : 22 कर्मचारियों को लॉकडाउन अवधि में दी पूरी सैलरी जीजे ज्वैलर्स के कर्मचारी लाल बाबू सिंह कहते हैं लॉकडाउन अवधि में आभूषण संचालक का पूरा सहयोग मिला। एक रुपये भी सैलरी नहीं काटी गई। कोरोना संक्रमण के दौरान तत्कालीन सहायता के रूप में दाल, चावल, चीनी सहित अन्य खाद्य सामग्री भी दी।
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