साइकिल गर्ल्स की मौत की झूठी खबर सोशल साइट पर वायरल, केस
दरभंगा। साइकिल गर्ल्स ज्योति की झूठी मौत की खबर सोशल साइट पर वायरल होते ही सनसनी फैल गई।
दरभंगा। साइकिल गर्ल्स ज्योति की झूठी मौत की खबर सोशल साइट पर वायरल होते ही सनसनी फैल गई। पोस्ट में आरोपित की गिरफ्तारी और स्पीडी ट्रायल चलाकर फांसी की सजा देने की मांग की गई है। बीमार पिता को साइकिल पर बैठा कर सफर करने वाली तस्वीर और जिले के पतोर ओपी क्षेत्र की एक लड़की के शव की तस्वीर को जोड़कर पोस्ट को भ्रामक बनाने की कोशिश की गई है। मामले की जानकारी मिलते ही एसएसपी बाबू राम ने सोशल साइट चालने वाले पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। कुछ ही पल में कमतौल थानाध्यक्ष ने तकनीकी और साइबर सेल की मदद से सोशल साइट चलाने वाले को चिन्हित कर लिया। इसके बाद साइकिल गर्ल्स ज्योति के पिता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई । इसमें उन्होंने प्रतिष्ठा को धूमिल करने का आरोप लगाया है। इधर, आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एक टीम भागलपुर के लिए रवाना हो गई है। बताया जाता है कि जिले के पतोर ओपी क्षेत्र में पांच दिन पहले एक नाबालिग लड़की की हत्या कर दी गई। शव मिलने के बाद स्वजनों ने दुष्कर्म का भी आरोप लगाया था। इसे लेकर राजनीति शुरू है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी राम दो दिन पहले ही दुष्कर्म की बातों से इन्कार कर चुके हैं। उन्होंने करंट लगने से मौत होने की बात कही थी। इसी बीच ज्योति की मौत की झूठी खबर जाति विशेष से जोड़कर फैला दी गई। दरअसल, ज्योति और मृतका एक ही जाति और एक नाम से जुड़ा है। मामले को तूल देने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है। एसएसपी ने बताया कि ज्योति पूरी तरह से सुरक्षित है। कुछ स्वार्थी लोगों ने अफवाह फैलाकर सामाजिक सछ्वाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। एसी स्थिति में लोगों को उन्होंने अफवाह से बचने और लोगों को जागरूक होने की अपील की है। बता दें कि लॉकडॉउन में गुरूग्राम दिल्ली से ज्योति अपने दिव्यांग पिता को साइकिल पर बैठाकर 12 सौ किमी की दूरी तय अपने गांव सिरहुल्ली पहुंची थी। इसे लेकर सरकार सहित कई संस्थाओं ने ज्योति को सम्मानित किया था। ज्योति के जीवनी और विचारों पर फिल्म भी बन रहा है। यहां तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ने ट्विटर पर उनकी प्रशंसका कर चुकी है। कहा था कि 15 साल की ज्योति कुमारी साइकिल से अपने घायल पिता को लेकर 1200 किलोमीटर से अधिक की दूरी सात दिनों में तय कर गांव पहुंच गई। धैर्य और प्रेम के इस खूबसूरत कार्य ने भारतीय लोगों और भारतीय साइकिलिग महासंघ का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इसके बाद ज्योति रातो-रात सुर्खियों में आ गई। लेकिन, उसकी मौत की खबर फैलाकर न सिर्फ ज्योति के मनोबल को गिराने का काम किया गया है बल्कि, उसके फैन को भी धक्का पहूंचा है।
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