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जलजमाव की समस्या से परेशान हैं हावीभौआर की जनता, नहीं हो रहा समाधान

बेनीपुर प्रखंड मुख्यालय से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित 16 हजार की आबादी वाले हाबीभौआर पंचायत के लोग सड़क पर जलजमाव की समस्या से परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 12:22 AM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 12:22 AM (IST)
जलजमाव की समस्या से परेशान हैं हावीभौआर की जनता, नहीं हो रहा समाधान
जलजमाव की समस्या से परेशान हैं हावीभौआर की जनता, नहीं हो रहा समाधान

दरभंगा । बेनीपुर प्रखंड मुख्यालय से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित 16 हजार की आबादी वाले हाबीभौआर पंचायत के लोग सड़क पर जलजमाव की समस्या से परेशान हैं। पंचायत के कुल 18 वार्डों के अधिकांश मुख्य पथों के किनारे नाला का निर्माण नह़ीं हो सका है। जहां नाला बना भी, वहां अतिक्रमण के कारण सड़कों पर जलजमाव की स्थिति है। पंचायत के अतिपिछडा, दलित व महादलित टोला के अधिकांश लोग जमीन नहीं रहने और रुपयों के अभाव में शौचालय का निर्माण कार्य नहीं करवा पाए हैं। नतीजा यह है कि शाम ढ़लते ही टोला के अधिकांश पुरुष व महिला खुले में शौच करने को विवश हैं। शिक्षा का हाल बदहाल है। प्रखंड में आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा में बेनीपुर के 15 छात्र-छात्राएं चयनित हुए थे, जिसमें 11 केवल हाबीभौआर पंचायत के थे। लेकिन हालत यह है कि छात्राओं को रजोखरी पोखर के किनारे स्थित उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। पंचायत के हावीभौआर गांव के लालजी के घर से मुसहरी टोला होते हुए बाथो आरईओ मुख्य पथ का आज तक पक्कीकरण नहीं हो सका। पंचायत के लोग नील गाय व बनैया सुअर के आतंक से आतंकित हैं। नील गाय किसानों के खेतों में लगी फसलों को व्यापक पैमाने पर क्षति पहुंचा रहे हैं। बनैया सुअर पंचायत के निचले भागों में बसे लोगों के घरों पर हमला कर रहे हैं, जिसके कारण शाम ढ़लते ही लोग अपने घरों में दुबक रहे हैं। पंचायत के दो वार्डों में ही अब तक नल-जल योजना का कार्य पूरा हो सका है। अन्य 16 वार्डों में बोरिग गड़वाकर कार्य प्रगति पर है। पंचायत में स्थित चावल मिल वर्षों से बंद पड़े हैं। दैनिक जागरण की टीम गुरुवार को गांव की पाती कार्यक्रम के तहत पंचायत के हाबीभौआर गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की जिसमें क्षेत्र की समस्याएं सामने आई।

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ग्रामीणों ने रखी अपनी बात :

ग्रामिण सुधीरचंन्द्र झा का कहना था की

पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में बिचौलिए हावी हैं। सरकारी जमीन का खुलेआम अतिक्रमण किया जा रहा है। गरीबों को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

- सुधीर चंद्र झा, ग्रामीण

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पंचायत में नल-जल योजना का हाल बेहद खराब है। पंचायत के अधिकांश सड़कों पर जलजमाव के कारण लोग परेशान हैं। जनप्रतिनिधि गांव की समस्याओं को लेकर हमेशा उदासीन रहे हैं।

- रामकुमार झा, ग्रामीण

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पंचायत के लोग नील गाय व बनैया सुअर के आतंक से आतंकित हैं। वन विभाग व प्रशासनिक पदाधिकारियों को इस ओर ध्यान आकृष्ट करवाए जाने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।

- राघवेंद्र ठाकुर, ग्रामीण

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पंचायत में चार स्टेट ट्यूबवेल बराबर बंद रहने के कारण किसान परेशान रहते हैं। स्वास्थ्य उपकेंद्र पर महिनों से डॉक्टर नहीं आ रहे हैं। इसके कारण मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

- बालाकांत मिश्र, ग्रामीण

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ग्रामिण बाबु नारायण पासवान का कहना था की

सरकारी योजना का लाभ बिचौलिया उठा रहे हैं। गांव के गरीबों को देखने वाला कोई नहीं है। डीलर निर्धारित मूल्य पर उपभोक्ताओं को खाद्यान व मिट्टी तेल नहीं दे रहा है।

- बाबू नारायण पासवान, ग्रामीण

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गरीब को देखने वाला कोई नहीं है। सब अपना पेट भरने में लगा हुआ है। गरीब लोग रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं। यहां रोजगार नहीं मिलने के कारण वे दूसरे प्रदेशों में जा रहे हैं।

- अमीरी पासवान, ग्रामीण

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पंचायत का चहुमुंखी विकास करवाने के लिए पंचायत सरकार तत्पर है। नल-जल, पक्की नली-गली योजनाओं को धरातल पर पूरी तरह उतरवाने के लिए प्रयासरत हैं। वृद्धा पेंशन, आवास, शौचालय आदि बुनियादी सुविधा लोगों को उपलब्ध करवाया गया है।

- सुधीरा देवी, मुखिया

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पंचायत के सर्वागीण विकास के लिए हम कृत संकल्पित हैं। विकास कार्य में जनता का सहयोग मिल रहा है। बहुत जल्द गांव का कायाकल्प होगा। सभी सरकारी योजनाओं पर गंभीरता से काम चल रहा है।

- मनोज मिश्र, प्रमुख

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