कोरोना से डरने की नहीं, लड़ने की जरूरत है : डॉ. सुरेंद्र
दरभंगा। कोरोना से डरने की नहीं लड़ने की जरूरत है। कोरोना स्वत ठीक होने वाली विषाणु
दरभंगा। कोरोना से डरने की नहीं, लड़ने की जरूरत है। कोरोना स्वत: ठीक होने वाली विषाणुजनित बीमारी है। आत्मबल को बनाएं रखें घबराएं नहीं। उम्र के अनुसार यथाशीघ्र कोविड-19 का टीकाकरण अति आवश्यक है। उक्त बातें सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डॉ सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कही। डॉ सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान अगर सरकार द्वारा दिए गए गाइडलाइन का पालन करें तो आम बीमारी की तरह यह भी बीमारी निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि संक्रमित होने पर संयम से काम लें। संतुलित आहार सेवन करें। चिकित्सक से संपर्क कर उसकी सलाह का अनुपालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट की जानकारी मिलते ही एकांतवास में चले जाएं एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। 90 से 95 फीसद संक्रमित मरीज सिर्फ घरेलू उपचार से घर पर ही इससे मुक्ति पा सकते हैं। संक्रमित मरीज आहार के साथ व्यवहार में परिवर्तन कर इससे छुटकारा ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण के लक्षण मिलते ही सबसे पहले जांच करा लें। रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही अपने को आइसोलेट कर लें और सुपाच्य और पौष्टिक आहार का सेवन शुरू कर दें। दलिया, जूस, नींबू पानी, मूंगदाल, सब्जी का सूप बेहतर विकल्प है। उन्होंने कहा कि सुबह-सुबह एक गिलास नींबू गर्म पानी के साथ लें। रात्रि में चार-पांच बादाम फुला कर सुबह खाएं प्रोटीन की कमी नहीं होगी। चाय पीते हैं तो चाय के साथ बिस्किट ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण के दौरान खाने की रूटीन ऐसी हो कि वह आसानी से पच सके और शरीर को आवश्यक मिनरल भी मिल जाए। नाश्ता सुबह 8 से 9 बजे के बीच में लेना चाहिए। सादी चपाती के साथ हरी सब्जी और दाल ले सकते हैं। 10 बजे तक नींबू की चाय ली जा सकती है। एक बजे तक भोजन कर लें, दोपहर के भोजन में पर्याप्त सलाद, दाल, सब्जी, चावल और चपाती ले सकते हैं। नींद पर्याप्त लेनी चाहिए। कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लें। शाम के वक्त भुना हुआ चना और भुजा भी खा सकते हैं। रात में आठ बजे तक भोजन ग्रहण कर लें। गर्म दूध हल्दी मिलाकर सोने से पहले लें।