पहली बार नमूने जांच में डीएमसीएच ने रचा इतिहास, लक्ष्य से अधिक नमूने की जांच की
दरभंगा। डीएमसीएच के लेबोरेटरी में आधा दर्जन से अधिक जिलों के कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के नमूने की जांच पहली बार लक्ष्य के पार की गई है।
दरभंगा। डीएमसीएच के लेबोरेटरी में आधा दर्जन से अधिक जिलों के कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के नमूने की जांच पहली बार लक्ष्य के पार की गई है। बीएसएल थ्री लेबोरेटरी में 575 नमूने की जांच हुई है। इसके पहले सरकार ने मात्र 515 नमूने की ही जांच करने का लक्ष्य दिया था। स्वास्थ्य विभाग ने यह लक्ष्य 8 जून से दिया था। हालांकि इस बीच करीब आधा दर्जन जिलों से नमूने आने की संख्या कम हो गई थी। इसी दौरान कई दिन नमूने की जांच का बैकलॉग रहता था। इस बीच दिए गए लक्ष्य के मात्र 70 प्रतिशत यानि 250 से 300 तक नमूने की जांच हो रही थी। प्राचार्य और एचओडी की सख्ती के बाद लक्ष्य की पूर्ति हुई है। इधर, सरकार की ओर से भेजे गए नए मशीन के लिए जांच किट की आपूर्ति के लिए आपूर्तिकर्ता को आदेश निर्गत कर दिया गया है। जांच किट आने के बाद एक मशीन पर लोड काफी कम हो जाएगा। मालूम हो कि माइक्रोबायोलॉजी में कई तकनीकी कारणों को लेकर आठ जिलों के नमूने की जांच करीब एक पखवाड़े से अधिक दिनों से मंथर गति से चल रही थी। इसके पहले सरकार का अथक प्रयास भी इस लैब में नमूने की जांच की संख्या में इजाफा नहीं करा जा सका था। बताया गया है कि पूर्वोत्तर भारत का दूसरा बीएसएल थ्री इस लेबोरेटरी मैं है, लेकिन कई सालों तक इसमें काम नहीं होने के कारण इस मशीन का ऑटोमेटिक सिस्टम ठप हो गया है। इसके कारण कर्मी और चिकित्सक मैनुअल रूप से नमूने की जांच कर रहे हैं। इसके कारण कर्मी हाफ रहे है। --------------------------------------------------- अभी तक 21 हजार नमूने की हुई जांच : इस लेबोरेटरी में गत तीन माह में 21 हजार नमूने की जांच हो चुकी है। इसमें 1076 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें सबसे अधिक किशनगंज, सहरसा, दरभंगा और सुपौल के नमूने की जाच हुई है। ------------
कहते है प्राचार्य : प्राचार्य डॉ. एचएन झा ने कहा कि नए मशीन के लिए जांच किट की आपूर्ति करने का आदेश दिया गया है। नए लेबोरेटरी की स्थापना के लिए लाइब्रेरी की पुरानी भवन के फर्स्ट फ्लोर पर इसे करने का निर्णय लिया है गया है।
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