अतिक्रमण, अप्रशिक्षित जवान और अकुशल चालकों ने किया ट्रैफिक व्यवस्था का बेड़ा गर्क
दरभंगा। बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या वृद्धि के बीच विभाग के पास संसाधनों का टोटा है। अि
दरभंगा। बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या वृद्धि के बीच विभाग के पास संसाधनों का टोटा है। अतिक्रमण, अप्रशिक्षित जवान और अकुशल चालकों ने ट्रैफिक व्यवस्था का बेड़ा गर्क कर दिया है। आए दिन हो रहीं दुर्घटनाएं इसकी मुख्य कारण माने जा रहे हैं। बावजूद प्रमंडल मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों के भीड़ भाड़ वाले कस्बे में सुरक्षित यातायात को लेकर प्रशासनिक स्तर पर अबतक कोई खास व्यवस्था नहीं की गई है। होमगार्ड के जवानों के सहारे यातायात व्यवस्था चल रही है। कहीं भी संकेतकों व सिग्नल की व्यवस्था नहीं है। शहर की वीआईपी रोड, लोहिया चौक से नाका 6, इनकम टैक्स होते हुए बेला मोड़ तक जानेवाली सड़के अतिक्रमण की शिकार हैं। अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है। लेकिन, कुछ दिन बाद ही फिर से अतिक्रमणकारी उस स्थान पर पुन: कब्जा जमा लेते हैं। जिला मुख्यालय स्थित नगर थाना, विवि थाना, लहेरियासराय थाना, बहादुरपुर थाना, बेंता ओपी, सदर थाना आदि को ट्रैफिक रूल लागू करने व दोषियों पर कार्रवाई के लिए परिवहन विभाग की ओर से आदेश दिया गया, लेकिन इन थानों द्वारा इसका कड़ाई से पालन नहीं किया गया। जब शहर में या ग्रामीण क्षेत्रों में कोई बड़ी घटनाएं होती हैं या जाम से यह प्रमंडलीय मुख्यालय कराहने लगता है तो आनन-फानन में वाहन चेकिग की जाती है। इसका एक उद्देश्य राजस्व उगाही भी होता है। आश्चर्य की बात है कि शहर में कई जगहों यथा बेंता, अल्लपटी, दोनार पर पड़ाव स्थल बनाए गए हैं। लेकिन, इसका पालन नहीं होता है। पुलिस व स्थानीय प्रशासन के सामने लोग मजे से सड़कों पर चार चक्का लगाकर अपना काम निबटाते हैं। स्टेशन रोड, दोनार , अल्लपट्टी और बेंता चौक पर अनाधिकृत टेंपो स्टैंट का संचालन हो रहा है। इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। ट्रैफिक पुलिस का मात्र दो काम रह गया है। एक हेलमेट चेक करना तो दूसरा जाम में फंसे वाहनो को किसी तरह से निकाल देना। समस्या के स्थायी निदान को लेकर न तो कार्रवाई की गई और न ही पहल। हालांकि, ट्रैफिक डीएसपी बिरजू पासवान का मानना है कि पहले से काफी सुधार हुआ है। बताया कि यातायात व्यवस्था को और सुगम बनाने के लिए विशेष तैयारी की गई है। सीसी कैमरा से निगरानी कर दोषियों पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बहुत जल्द परिणाम दिखाई देगा।
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यातायात थाना में पुलिस कर्मियों की कमी :
ट्रैफिक थाने में एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर, आठ दारोगा, एक सहायक दारोगा, 30 हवलदार, 120 जवान सहित चार चालक के पद स्वीकृत हैं । इस आलोक में इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं है। आठ दारोगा में मात्र एक थाना का संचालन कर रहे हैं। हालांकि, एक सहायक दारोगा की जगह यहां पांच तैनात हैं। लेकिन, हवलदार संख्या शुन्य है। 120 जवान में 48 होमगार्ड और पांच जिला पुलिस के सिपाही तैनात हैं।
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संसाधनों की कमी के बीच बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन की तैयारी शुरू :
संसाधनों की कमी के बीच शहर में ट्रैफिक को सु²ढ़ करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रथम फेज में सामाजिक कार्यकर्ताओं, व्यवसायी, वाहन संघ आदि से सहयोग लेने की बात कही गई। ट्रैफिक को सु²ढ़ करने के लिए स्वयं वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम गंभीर हैं। नगर एसपी अशोक ने स्वयं शहर के हर चौक-चौराहों का जायजा लिया है। साथ ही ट्रैफिक के लोड को कम करने के लिए वैकल्पिक रास्ता का भी खाका बनाया है। वर्तमान में ट्रैफिक कंट्रोल के लिए क्षमता से काफी कम पुलिस बल को लगाया गया है। लेकिन, इसकी संख्या में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। अतिक्रमणकारियों से निपटने के लिए नगर निगम से विशेष सहयोग मांगा गया है। प्राइवेट एजेंसी से मिलकर सिग्नल लाइट, जेब्रा क्रोसिग लगाने की तैयारी है। ट्रैफिक पुलिस को ड्यूटी करने में परेशानी नहीं हो इसके लिए सभी को विशेष रूप से प्रशिक्षण देने की बात कही गई है। फिलहाल अवैध पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस लाइन से किरान और एक वैन उपलब्ध कराया गया है। इसका उपयोग इन दिनों हो रहा है। वहीं बैंक और अन्य संस्थायों के सहयोग से कुछ रोड डिवाइडर ट्रॉली उपलब्ध कराया गया है। जबकि, कुछ विभाग ने भेजा है। इसका दोनार, नाका पांच और बेंता में उपयोग हो रहा है। लेकिन, क्षेत्रफल के हिसाब से प्रयाप्त नहीं है।
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संसाधनों को बढ़ाने की कवायद :
ट्रैफिक पोस्ट पर जेब्रा क्रोसिगग की व्यवस्था की जाएगी। शेड को दुरूस्त कर कुछ नए का निर्माण कराया जाएगा। ट्रैफिक उपस्कर की कमी को दूर किया जाएगा। स्पीडो मीटर, व्हीकल केचर क्रेन, ब्रेथ एनालाइजर, हैंड गलब्स, इलेक्ट्रानिक्स स्टीक, डिजिटल कैमरे और ऑनलाइन मॉनिटरिग सिस्टम को उपलब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी गई है।
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नाबालिग चालकों पर कसेगा शिकंजा :
परिवहन विभाग की अनदेखी के कारण सड़क पर नाबालिग स्कूटी, मोटरसाइकिल व चार चक्के वाहनों पर फर्राटा भर रहे हैं। इतना ही नहीं सड़क पर नाबालिग चालक बेरोकटोक ट्रैक्टर चलाते देखे जाते हैं। लेकिन, उसपर रोक लगाने के लिए अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। लेकिन, इस ओर जिला पुलिस ने काफी ध्यान दिया है। जगह-जगह बनाए जाने वाले पोस्ट पर नाबालिग चालकों को पकड़ने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
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मॉल व बड़े प्रतिष्ठानों को भेजा जाएगा नोटिस :
सड़क की चौड़ाई कम रहने के बावजूद मॉल व बड़े प्रतिष्ठानों के ग्राहक सड़क पर ही वाहन को खड़ा कर देते हैं। लेकिन, अब अगर ऐसा पाया गया तो संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस प्रशासन सभी को नोटिस करने जा रहा है। सभी प्रतिष्ठानों को अपनी पार्किंग व्यवस्था करनी होगी।