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मतदान करने में नहीं रहा कोई भेद, हर वर्ग ने की वोटिग, बुजुर्गों ने दिखाया उत्साह

लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के दरभंगा जिलांतर्गत पड़ने वाले दो विधान सभाओं जाले व केवटी क्षेत्र में सोमवार को मतदान शांतिपूर्ण रहा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 01:07 AM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 01:07 AM (IST)
मतदान करने में नहीं रहा कोई भेद, हर वर्ग ने की वोटिग, बुजुर्गों ने दिखाया उत्साह
मतदान करने में नहीं रहा कोई भेद, हर वर्ग ने की वोटिग, बुजुर्गों ने दिखाया उत्साह

दरभंगा । लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के दरभंगा जिलांतर्गत पड़ने वाले दो विधान सभाओं जाले व केवटी क्षेत्र में सोमवार को मतदान शांतिपूर्ण रहा। दोनों विधान सभाओं के लगभग सभी बूथों पर मतदान करने को लेकर सुबह के सात बजे से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। कोई भेद ना रहा। युवा से लेकर बुजुर्ग तक, स्त्री-पुरुष, सबों ने अपने-अपने मतदान केंद्रों पर पहुंच लाइन में लग मतदान किया और अपनी खुशी जताई। कई बूथों पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान शुरू होने में विलंब भी हुआ, लेकिन वोटर बूथ पर डटे रहे और वोटिग शुरू होने के बाद अपना मतदान कर ही वे वापस गए। मौसम को देखते हुए सुबह में बूथों पर काफी भीड़ रही। महिलाएं घर व रसोई का काम छोड़ पहले मतदान करने पहुंची। बुजुर्ग व दिव्यांग भी उत्साह के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल हुए। किसानों ने खेतों पर जाने से पहले मतदान किया। पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं ने उत्साह के साथ मतदान किया। हालांकि, दोपहर में धूप तेज होने पर वोटिग की रफ्तार धीमी हो गई। कुछ बूथों पर वोट डालने पहुंचे मतदाताओं को बैरंग भी लौटना पड़ा। वोट करा रहे पीठासीन पदाधिकारी व पुलिस के जवान को भी इस दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वोट नहीं डाल पाने वाले लोग वोट डालने पर वंचित लोग अपनी नाराजगी जता रहे थे। उनका कहना था कि पिछले चुनाव में उन्होंने अपने मत का प्रयोग कर इसी बूथ पर अपना वोट डाला था। फिर किस आधार पर उसका नाम अपने आप मतदाता सूची से गायब हो गया।

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लोकतंत्र को मजबूत करने घरों ने निकले बुजुर्ग मतदाता :

लोकतंत्र के महापर्व में बुजुर्ग मतदाताओं में खासा उत्साह रहा। विभिन्न बूथों पर मतदान के लिए पहुंचे ऐसे मतदाताओं ने जहां एक तरफ अपना मतदान कर लोकतंत्र को सहारा दिया, वहीं मतदान केंद्रों पर सुरक्षाकर्मी व मतदान कर्मी उन्हें सहयोग दे रहे थे। मतदान के लिए कतार में खड़े लोग भी बुजुर्गों को पहले आगे भेज वोट करने को लेकर पहल कर रहे थे। केवटी विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 209 पर अपने पोते का सहारा लेकर वोट देने पहुंचे 99 वर्षीय अशेश्वर साह ने कहा कि वे देश के पहले चुनाव से अब तक मतदान करते आए हैं। कहा कि पता नहीं, अगला चुनाव देख सकूं या नहीं, इसलिए वोट डालने चला आया। मध्य विद्यालय लदारी स्थित बूथ संख्या 198 पर मतदान करने पहुंचे 102 वर्षीय वैद्य पंडित कहते हैं कि जब तक सांस है, देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाना है। वोट देकर हम देश के लोकतंत्र को मजबूत ही तो करते हैं। जाले विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 299 पर वोट देने पहुंचे 105 वर्षीय ब्रह्मदेव ठाकुर ने कहा कि अब जीवन का क्या भरोसा, जब तक सांस चल रही है, देश का कर्ज चुकाने का मौका क्यों गंवा दूं। मध्य विद्यालय अहियारी स्थित बूथ संख्या 175 पर मतदान करने पहुंची 98 वर्षीय सीता देवी ने कहा कि इंदिरा गांधी के समय से वोट कर रही हूं। आज एक बार फिर लोकतंत्र के महापर्व में वोट डाल कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। बुजुर्गों ने मतदान के बाद देश को मजबूत बनाने के लिए कुशल प्रशासक को चुनने की बात कही। साथ ही कहा कि वह इस हालत में भी बूथों पर पहुंच देश की मजबूती के लिए अपना मतदान किया है।

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