दूसरी बार बाल-बाल बचे दरभंगा एसएसपी मनोज कुमार, कार्यालय में हुआ बड़ा हादसा
बिहार के दरभंगा जिले के एसएसपी मनोज कुमार बाल-बाल बच गए। गुरुवार को उनके कार्यालय का फॉल्स सीलिंग का शेड अचानक टूट कर नीचे गिर गया।
दरभंगा [जेएनएन]। बिहार के दरभंगा जिले के एसएसपी मनोज कुमार सहित कई पत्रकार गुरुवार को बाल-बाल बच गए। एसएसपी कार्यालय का फॉल्स सीलिंग का शेड अचानक टूट कर नीचे गिर गया। इस दौरान इतनी आवाज हुई कि सभी अवाक हो गए। कोई कुछ समझता उससे पहले कार्यालय में हड़कंप मच गया। सुरक्षा में तैनात तमाम कर्मी अनहोनी की आशंका को देखते हुए अंदर में घुसे। अंदर का दृश्य देख सभी दंग रह गए।
एसएसपी ने सुरक्षा कर्मियों से कहा कि, घबराने की बात नहीं है। सब ठीक है। इसकी सफाई कराई जाए। इसी बीच उन्होंने छत के ऊपर सीलिंग को देखकर कहा कि जो बचा है वह भी लटका हुआ है। यह कभी गिर सकता है। ऐसी स्थिति में इसके अंदर रहना ठीक बात नहीं है।
उन्होंने उसी क्षण मुख्यालय डीएसपी के कार्यालय में बैठकर फरियादियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक कार्यालय के जीर्णोद्धार का काम नहीं हो जाता है तब तक सिटी एसपी के बंद चैंबर में उनका कार्यालय चलेगा।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि छुट्टी के दिन रहने के बावजूद एसएसपी कुमार कार्यालय आकर कुछ लंबित कार्यों का निपटारा करने एवं दूर-दराज से आए फरियादियों से मिल रहे थे। इसी बीच खबर के सिलसिले में चार पत्रकार दिन के 3 बजे में उनसे मिलने पहुंच गए। इसके बाद फरियादियों को रोककर पत्रकारों से वार्ता करने लगे उस समय एक फरियादी भी बैठा था। जिसकी समस्या सुनकर एसएसपी ने मामले का निपटारा करने का आश्वासन दिया।
उसके जाते ही उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत शुरू की। इस बीच चैंबर के अंदर जोर की आवाज के साथ तड़तड़ाहट सुनाई दी। एसएसपी कुर्सी से खड़े हो गए और पत्रकार गण इधर-उधर देखने लगे। किसी की समझ में यह नहीं आया कि अगर भागा जाए तो किधर और कहां। पल भर में सीलिंग का शेड गिरना शुरू हो गया।
शेड में नीचे कर्कट, टाइल्स व पीओपी का प्लेट लगा हुआ था। इसलिए काफी आवाज हुई। अगर उसके नीचे कोई आ जाता तो निश्चित अप्रिय घटना घट जाती। टीवी स्टैंड में लगाया गया ग्लास का प्लेट टूट कर गिर गया।
बताया गया कि शेड पुराना और जर्जर होने के कारण घटना घटी है। बता दें कि 28 मई को भी एसएसपी बाल-बाल बचे थे। तब नाव पर सवार होकर तिलकेश्वर ओपी का निरीक्षण करने जा रहे थे। इस दौरान उनकी नाव डूबते-डूबते बची थी।