किसी को मिली टॉफी, कोई नवाजा गया कलम से
दरभंगा। गुरुवार को स्कूलों में देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरु की जन्म तिथि पर आयोजित बाल दिवस में विविध आयोजन किए गए।
दरभंगा। गुरुवार को स्कूलों में देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरु की जन्म तिथि पर आयोजित बाल दिवस में विविध आयोजन किए गए। भाषण प्रतियोगिता, रंगोली चित्रकारी, क्विज और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को कलम तथा टॉफियों से पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर वाजिदपुर मध्य विद्यालय में किलकारी का उप केंद्र खोला गया। इसका विधिवत उदघाटन समग्र शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार देव कन्हैया ने किया। उनके साथ मध्यान्ह भोजन के जिला समन्वयक पंकज कुमार भी थे। केके लाल मध्य विद्यालय बाकरगंज में प्रधानाध्यापक केदार झा की अध्यक्षता में बच्चों ने भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें बच्चों ने अपने चाचा नेहरू को याद करते हुए कहा कि वह लिग भेद के कट्टर विरोधी थे। उनकी नजरों में बेटा और बेटी में कोई अंतर नहीं था। समानता के बहुत बड़े पक्षधर रहे पूर्व प्रधानमंत्री सदा बच्चों के बीच जाते थे। उनके माथे पर स्नेह के साथ हाथ फेरते थे। कुछ समय उनके बीच निश्चित रूप से बिताते थे। आज हालांकि हमें भी शिक्षकों का स्नेह मिल रहा है, लेकिन अपने चाचा नेहरू की कमी तो निश्चित रूप से देश महसूस कर रहा है। प्रतियोगिता में बेहतर करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रधानाध्यापक ने कलम देकर सम्मानित किया। इधर, मूसा साह मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापिका इंदिरा कुमारी की अध्यक्षता में बच्चों ने अपने शिक्षकों के साथ बाल दिवस आयोजित किया। बांगलागढ़ मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक अशोक कुमार गुप्ता के नेतृत्व में बाल दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पंडित नेहरू के चित्र पर बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी माल्यार्पण कर कहा कि देश विशेष रुप से बच्चे आज भी अपने चाचा नेहरू को याद कर रहे हैं। यह बच्चों के साथ उनका स्नेह ही था कि बच्चों के बीच उनकी अमिट छाप है और यह सदा नस्ल दर नस्ल बढ़ती रहेगी। आदर्श मध्य विद्यालय लहेरियासराय में प्रधानाध्यापक संजीव कुमार मिश्र की अध्यक्षता में बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर अपने चाचा नेहरू को याद किया। इस अवसर पर शिक्षक अरुण कुमार चौधरी ने कहा कि बच्चों से पंडित नेहरू का लगाव था, जिसने उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में बदल दिया। सरस्वती शिशु मंदिर खराजपुर में प्राचार्य अमित कुमार के नेतृत्व में बच्चों ने भाषण तथा निबंध प्रतियोगिता आयोजित की।
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रोज पब्लिक स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम : रोज पब्लिक स्कूल में बाल दिवस पर वार्षिक उत्सव आयोजित किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने गीत-संगीत की जो महफिल सजाई, उसमें भी स्वर्गीय प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की खुशबू गमक रही थी। स्कूल के छात्र प्रणव एवं ऋषभ ने जय जय हे महिषासुर मर्दिनी का जब स्वर गान किया तो पूरा स्कूल परिसर तालियों से गूंज उठा। सातवीं कक्षा के बच्चों ने विद्यापति एवं उगना पर लघु नाटिका प्रस्तुत कर उसमें अपने जीवंत अभिनय से जो जान डाला, उससे वार्षिक उत्सव को एक नया रंग मिल गया। इससे पूर्व वार्षिक उत्सव के मुख्य अतिथि सीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुस्ताक अहमद ने बाल दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि देश अपने महान विभूतियों को सदा याद करता है। पंडित नेहरू आधुनिक भारत के निर्माता थे।उन्हें बच्चों से विशेष लगाव था। इस अवसर पर स्कूल की निदेशिका डॉ. अनुपमा झा, शैक्षिक निदेशक नीलमणि मुखर्जी, अमन अनुराज, प्रमोद कुमार झा, राकेश मिश्रा एवं स्वाति मिश्रा आदि ने भी बच्चों को बाल दिवस की बधाई दी। मास इंटरनेशनल स्कूल में बाल दिवस पर महिला कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसे देखने के लिए गीदरगंज के अलावा आसपास के गांव से भी बच्चे आये थे।