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स्कूलों में बिना मास्क के मिले बच्चे, पुस्तकों से खाली था बसता

दरभंगा। कोरोना महामारी के कारण स्कूलों की बंदी के बाद बच्चों को हुए लर्निंग लास की समीक्षा करने सोमवार को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना का एक दल दरभंगा पहुंचा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Sep 2021 12:50 AM (IST)Updated: Tue, 14 Sep 2021 12:50 AM (IST)
स्कूलों में बिना मास्क के मिले बच्चे, पुस्तकों से खाली था बसता
स्कूलों में बिना मास्क के मिले बच्चे, पुस्तकों से खाली था बसता

दरभंगा। कोरोना महामारी के कारण स्कूलों की बंदी के बाद बच्चों को हुए लर्निंग लास की समीक्षा करने सोमवार को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना का एक दल दरभंगा पहुंचा। राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी लालिमा कुमारी के नेतृत्व में दल ने स्कूलों में पहुंच कई बिदुओं पर समीक्षा की। पाया कि अधिकांश बच्चे मास्क नहीं लगाए हुए थे। जब उनके बस्ते को खोला गया तो उसमें किताबें भी नदारद थीं। विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न स्कूलों का बेस्ट एप पर हुए निरीक्षण के क्रम में और भी कई खामियां पाई गईं। जांच दल ने पाया कि विद्यालयों के बच्चों में बंदी के कारण व्यापक लर्निंग लास हुआ है। विशेष रूप से तीसरी कक्षा के बच्चों में पढ़ने-लिखने की क्षमता की कमी पाई गई।

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डीबीटी के माध्यम से पुस्तक खरीद के लिए राशि भी उपलब्ध करा दी गई है। इसके बावजूद बच्चों के पास पुस्तक की अनुपलब्धता पाई गई। जांच दल ने सिंहवाड़ा प्रखंड के सिमरी और रामपुरा मध्य विद्यालय तथा बहादुरपुर के उच्च माध्यमिक विद्यालय ओझौल का बेस्ट एप पर निरीक्षण किया। इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी विभा कुमारी के साथ समग्र शिक्षा अभियान की गहन समीक्षा के क्रम में उन्होंने नाराजगी जताई। कहा कक्षाओं में कम से कम 25 प्रतिशत बच्चे बिना मास्क के कैसे आए थे। पूछा कि विभाग ने जो मास्क उपलब्ध कराया है, उसके वितरण का क्या पैमाना रखा गया है। पदाधिकारियों को निदेशित किया गया कि हर हाल में मास्क के साथ बच्चों का स्कूल आना सुनिश्चित किया जाए।

समग्र शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी इन्द्र कुमार कर्ण से पूछा गया कि प्रबंध पोर्टल पर स्कूल से बाहर रहे बच्चों के संबंध में विवरण अपलोड करने में विलंब क्यों किया जा रहा है। बताया गया कि जिले में बारह हजार बच्चे स्कूल से बाहर हैं इनमें से आधे का विवरण प्रबंध पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। संभाग प्रभारी जया शेशादरी को निर्देशित किया गया कि एक पखवाड़े के अंदर इसे पूरा किया जाए। इसके बाद फिर से हाउस फोल्ड सर्वे कराया जाए। बैठक में असमायोजित राशि के समायोजन के लिए स्कूलों से एक पखवाड़े में उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने की जवाबदेही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और लेखापाल को दी गई । बैठक में मंगलवार से संकुल सत्र पर पुस्तक क्रय मेला आयोजित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में मध्याह्न भोजन के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डा. संजय कुमार देव कन्हैया भी थे।

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